Thursday, August 22, 2013

सिक्के का दूसरा पहलू - एक कहानी

 संगीता जी को कौन नहीं जानता ...




आज यहाँ सहेज ली है मैंने संगीता पुरी जी के ब्लॉग गत्यात्मक चिंतन से उनकी लिखी कहानी          "सिक्के का दूसरा पहलू"

2 comments:

बाल भवन जबलपुर said...

बहुत उम्दा

प्रवीण पाण्डेय said...

कहानी सुनकर आनन्द आ गया, अपने घर की ही कहानी लगती है।