tag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post3484034882029662409..comments2024-03-01T13:45:26.657+05:30Comments on मेरे मन की : बाल दिवस पर फ़िर याद आया .....मुझे अपना बचपन.........Archana Chaojihttp://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-63775302489546821812012-05-27T23:36:45.463+05:302012-05-27T23:36:45.463+05:30वाह दी , दोनों ही टुकडे बहुत खूबसूरत और दिल को छून...वाह दी , दोनों ही टुकडे बहुत खूबसूरत और दिल को छूने वाले हैं , एकदम सरल और सुंदर । <br /><br />आह वो बचपन (:अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-75423815656043850722009-11-19T17:39:40.924+05:302009-11-19T17:39:40.924+05:30ये आदमी का दिल है जी
जो नहीं होता वही चाहता है।ये आदमी का दिल है जी <br />जो नहीं होता वही चाहता है।Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-41422726823677838592009-11-17T00:38:43.866+05:302009-11-17T00:38:43.866+05:30मेरी एक बात सदा याद रखना---
खेलों को जीवन से कभी न...मेरी एक बात सदा याद रखना---<br />खेलों को जीवन से कभी न खोना,<br />क्योंकि --जब हम बच्चे होते हैं,<br />तो चाहते हैं--बडा होना , और<br />बडे हो जाने पर दिल चाहता है--<br />फ़िर से एक बार बच्चा होना ! ! !<br />बहुत सुंदर रचना कहीआप ने <br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-60875398154965358762009-11-16T22:20:56.931+05:302009-11-16T22:20:56.931+05:30खो गया बचपन मगर दिल है की मानता ही नही आज भी हम बच...खो गया बचपन मगर दिल है की मानता ही नही आज भी हम बचपन के उन्ही मचलते पलों को ढूढ़ते रहते है और जब कभी समय मिलता है उन्ही यादों के झरोखों में खो सा जाते है...बढ़िया रचना..बहुत बहुत बधाई!!!विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-50578816376755972762009-11-16T22:01:53.494+05:302009-11-16T22:01:53.494+05:30बहुत बढ़िया रचना!!बहुत बढ़िया रचना!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com