tag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post3907337449136294279..comments2024-03-01T13:45:26.657+05:30Comments on मेरे मन की : >>>>>दीपक "मशाल"------पता नहीं क्या क्याArchana Chaojihttp://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-23226107612217286672010-12-16T08:39:09.273+05:302010-12-16T08:39:09.273+05:30दोनों गजल बहुत बढ़िया है!
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हमें भी गाने की प्रेर...दोनों गजल बहुत बढ़िया है!<br />--<br />हमें भी गाने की प्रेरणा मिली!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-62466002125864147072010-12-16T07:20:47.731+05:302010-12-16T07:20:47.731+05:30अरे नहीं.. कोई मासी से गुस्सा होता है क्या भला. मे...अरे नहीं.. कोई मासी से गुस्सा होता है क्या भला. मेरा कहने का मतलब था कि कि आपकी आवाज़ के साथ ये ऐसा लग रहा है जैसे मखमली कुर्ते में टाट का पैबंद.. :)<br />@धीरू भाई <br />मुझे याद करना पड़ेगा उस दिन मैंने क्या खाया था जब आपसे बात हुई थी.. अब से वही रोज़ खाऊंगा. :)<br />प्रवीण जी, गिरीश जी और फिरदौस जी.. आपका स्नेह देख ख़ुशी हुई..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-49747357338990325742010-12-16T06:59:17.679+05:302010-12-16T06:59:17.679+05:30मेरी दीपक भाई से बात हुई थी उनकी आवाज़ तो बहुत मिट...मेरी दीपक भाई से बात हुई थी उनकी आवाज़ तो बहुत मिट्ठी है .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-72013770854170896682010-12-16T06:59:16.889+05:302010-12-16T06:59:16.889+05:30मेरी दीपक भाई से बात हुई थी उनकी आवाज़ तो बहुत मिट...मेरी दीपक भाई से बात हुई थी उनकी आवाज़ तो बहुत मिट्ठी है .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-25991678654840670032010-12-16T06:49:48.018+05:302010-12-16T06:49:48.018+05:30@दीपक
स्नेहाशीष,
गुस्सा नहीं करते,,,,,अगर बुरा लग...@दीपक<br />स्नेहाशीष,<br /><br />गुस्सा नहीं करते,,,,,अगर बुरा लगा हो तो कान पकड़ के sorry.......हर समय सुख नहीं मिलते....हमें सुख दुख दोनों मे सम रहना चाहिये...........मै तो बस ये बताना चाह रही हूँ कि बिना देखे/एक दूसरे को मिले,भी बहुत कुछ किया जा सकता है ............बस एक प्रयास की जरूरत होती है और मन में विश्वास कि कुछ करना है........Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-28538573132962391752010-12-16T01:58:58.095+05:302010-12-16T01:58:58.095+05:30Aap to hamesha achchha hi gaatee hain par is fate ...Aap to hamesha achchha hi gaatee hain par is fate baans ka majaak kyon banwa diya???? :(दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-15646387997748539282010-12-16T01:30:00.466+05:302010-12-16T01:30:00.466+05:30दीपक जी
बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल कही है... एक-एक लफ़्ज़ ...दीपक जी <br />बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल कही है... एक-एक लफ़्ज़ बेहद उम्दा.... <br /><br />हमेशा की तरह मधुर आवाज़...अर्चना जी को भी बधाईफ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-2114330042129395832010-12-16T00:22:41.253+05:302010-12-16T00:22:41.253+05:30वाह दीपक जी
कमाल की कल्पना
और ममतामयी के सुर जो लग...वाह दीपक जी<br />कमाल की कल्पना<br />और ममतामयी के सुर जो लगे सफ़ल हो गये आपबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-111934945495493422010-12-16T00:07:37.267+05:302010-12-16T00:07:37.267+05:30मेरे घर की दीवारें तो अभी तक मेरा मुँह ताकती हैं। ...मेरे घर की दीवारें तो अभी तक मेरा मुँह ताकती हैं। बहुत ही सुन्दर और भावपूर्ण गायन।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com