tag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post6771440902262684423..comments2024-03-01T13:45:26.657+05:30Comments on मेरे मन की : मन की उड़ान....Archana Chaojihttp://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-70152317167098263132011-12-05T18:05:48.342+05:302011-12-05T18:05:48.342+05:30man ke bhavon ki sundar prastuti.
.आज मैं तुलसी हो...man ke bhavon ki sundar prastuti.<br />.आज मैं तुलसी हो जाना चाहती हूँ...!!!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-90391838239680960652011-10-14T06:39:09.243+05:302011-10-14T06:39:09.243+05:30इस कविता की जान अंतिम पंक्तियों में है... मन विह्व...इस कविता की जान अंतिम पंक्तियों में है... मन विह्वल हो गया है...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-5948810348393809762011-10-04T22:53:57.861+05:302011-10-04T22:53:57.861+05:30एक सहज आकांक्षा
क्रांतिकारी कविता
वाहएक सहज आकांक्षा <br />क्रांतिकारी कविता <br />वाहबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-6431985495264833802011-09-25T01:29:32.173+05:302011-09-25T01:29:32.173+05:30सुन्दर! बहुत सुन्दर!सुन्दर! बहुत सुन्दर!Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-1494666046592539262011-09-23T20:22:58.774+05:302011-09-23T20:22:58.774+05:30रचना ही पहले तो आपका बहुत-2 शुक्रिया। दूसरा आपके म...रचना ही पहले तो आपका बहुत-2 शुक्रिया। दूसरा आपके मन की उड़ान सच में असीम है..... और तीसरा वो लेखन ही क्या जो किसी के संदूक में बंद रहे। आप जो चाहें, जैसा चाहे कर सकती हैं। अनुमति मांग कर आप शर्मिंदा कर रही हैं।......बहुत बहुत शुक्रिया आपकाvijaymaudgillhttps://www.blogger.com/profile/10488293173878643670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-73830719652450692302011-09-23T08:17:53.470+05:302011-09-23T08:17:53.470+05:30गज़ब का भाव है समर्पण का।गज़ब का भाव है समर्पण का।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-28143164656060774692011-09-22T18:12:53.348+05:302011-09-22T18:12:53.348+05:30भावपूर्ण रचना में
काव्य-समर्पण भी निहित है
अनुप...भावपूर्ण रचना में <br />काव्य-समर्पण भी निहित है <br /><br />अनुपम .daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-91178325743827669292011-09-22T17:30:21.457+05:302011-09-22T17:30:21.457+05:30लाज़वाब.... भावमयी रचना...
सादर....लाज़वाब.... भावमयी रचना...<br />सादर....S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-86368099356755630762011-09-22T15:50:34.011+05:302011-09-22T15:50:34.011+05:30♥
आदरणीया अर्चना जी
सादर सस्ने...<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow">♥</a></b> <br /><br /><b><i> </i></b> <br /><b> </b><br /><b><i>आदरणीया अर्चना जी </i></b> <br />सादर सस्नेहाभिवादन !<br /> <br /><b><br />मन के उन कटे पंखों से<br />जिन्हें कतर दिया था मैने कभी<br />मैं उड़ना चाहती हूं आज </b> <br />बहुत सुंदर भावमयी पंक्तियां …<br /><br />…और कविता का पावन पटाक्षेप … <br /><b>आज मैं तुलसी हो जाना चाहती हूं… </b> <br /><b> </b> बहुत ख़ूब ! <br /> <br />एक गायिका की रचना पढ़ना बहुत सुखद है … सचमुच ! :)<br /><br /><br />बहुत समय बाद आया हूं आपके घर … लेकिन तृप्त हो'कर लौट रहा हूं … लेखनी चलती रहे … ! हार्दिक शुभकामनाएं हैं !<br /><br />मंगलकामनाओं सहित <br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-31232098074531652902011-09-22T15:41:35.941+05:302011-09-22T15:41:35.941+05:30मर्यादाओं की जंग लगी जंजीरों की
न जाने क्यूं
?
...मर्यादाओं की जंग लगी जंजीरों की<br /><br />न जाने क्यूं<br /> ?<br />आज मैं तुलसी हो जाना चाहती हूँ !!<br /><br />वाह ... दिल को छूती पंक्तियां ... बहुत ही अच्छा लिखती हैं आप ....आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-40604342664827064852011-09-22T15:10:34.795+05:302011-09-22T15:10:34.795+05:30आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है.
क...आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है.<br />कृपया पधारें<br /><a href="http://charchamanch.blogspot.com/2011/09/645.html" rel="nofollow">चर्चामंच-645,चर्चाकार- दिलबाग विर्क</a>दिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-59689103515173037512011-09-22T12:44:09.033+05:302011-09-22T12:44:09.033+05:30बहुत सुन्दर हृदयस्पर्शी भावाभिव्यक्ति....बहुत सुन्दर हृदयस्पर्शी भावाभिव्यक्ति....Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-51537617630451332612011-09-22T12:07:00.237+05:302011-09-22T12:07:00.237+05:30'लटका दे कोई रत्नावली अपनी चुटिया
तुलसी के ल...'लटका दे कोई रत्नावली अपनी चुटिया <br /><br />तुलसी के लिए <br />और खींच ले अपनी ओर'<br />*************************<br />*************************<br />आज मैं तुलसी हो जाना चाहती हूँ !!!'<br /><br />................ऊँचे भावों की पवित्र रचनासुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-89728283740038427812011-09-22T05:55:37.243+05:302011-09-22T05:55:37.243+05:30न जाने क्यों आज तुलसी हो जाना चाहती हूँ ...
तुलसीद...न जाने क्यों आज तुलसी हो जाना चाहती हूँ ...<br />तुलसीदास के साथ ही उस कथा का स्मरण हो आया , जब तुलसी /वृंदा के कारण शालिग्राम की स्थापना हुई!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-82168489319726866812011-09-21T12:52:48.325+05:302011-09-21T12:52:48.325+05:30आपकी तारीफ के लिए हर शब्द छोटा है मासी .........शा...आपकी तारीफ के लिए हर शब्द छोटा है मासी .........शानदार लेखनसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-77142983502528000402011-09-21T06:01:13.278+05:302011-09-21T06:01:13.278+05:30बहुत बढिया! स्वतंत्रता की चाह मानव मन में सदा ही र...बहुत बढिया! स्वतंत्रता की चाह मानव मन में सदा ही रहेगी।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-57381646233826963872011-09-21T05:49:52.839+05:302011-09-21T05:49:52.839+05:30कितना गहरा उतरी आप तुलसी बन चढ़ जाने की चाह में......कितना गहरा उतरी आप तुलसी बन चढ़ जाने की चाह में....अद्भुत...आपको साधुवाद इस विशिष्ट सोच के लिए...Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-28959318469836405722011-09-20T23:51:49.501+05:302011-09-20T23:51:49.501+05:30तुलसी होने में गहन कथ्य है ...सुन्दर प्रस्तुतितुलसी होने में गहन कथ्य है ...सुन्दर प्रस्तुतिसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-64200319718331081502011-09-20T22:50:03.832+05:302011-09-20T22:50:03.832+05:30बहुत सुंदर ...निशब्द करती रचनाबहुत सुंदर ...निशब्द करती रचना डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-11495698064540121362011-09-20T20:54:45.870+05:302011-09-20T20:54:45.870+05:30जगत का बंधन है ऐसा
चाहकर भी तोडना मुश्किल बड़ा है....जगत का बंधन है ऐसा <br />चाहकर भी तोडना मुश्किल बड़ा है.<br />मित्र, परिजन और जाने कितने <br />चीन्हे और अनचीन्हे से<br />धागों से बंधा है जगत का बंधन.<br />नहीं इसके नियंता हम कि<br />यह तो उसने लिख रखा था <br />न जाने कब से <br />मेरे और तुम्हारे नाम से <br />और इसके-उसके सबके नामों से<br />नहीं इसको बदल सकना किसी के बस में है<br />बस साथ चलना है इसी के <br />साथ जो तेरे खडा है,<br />जगत का बंधन है ऐसा <br />चाहकर भी तोडना मुश्किल बड़ा है.चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-2814354074127477442011-09-20T20:17:58.761+05:302011-09-20T20:17:58.761+05:30सम्पूर्ण समर्पण की लाज़वाब सोच...बहुत सुन्दर भावाभ...सम्पूर्ण समर्पण की लाज़वाब सोच...बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-64238190610116136522011-09-20T19:45:09.874+05:302011-09-20T19:45:09.874+05:30इस तुलसी हो जाने की ख्वाहिश में कितना कुछ है ...इस तुलसी हो जाने की ख्वाहिश में कितना कुछ है ...रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1692951887777766851.post-15183230393649006462011-09-20T19:18:38.646+05:302011-09-20T19:18:38.646+05:30समर्पण में मन की शान्ति असीम है।समर्पण में मन की शान्ति असीम है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com