ये है मेरा ६ वर्षीय भतीजा सुयश .........
समझ नहीं पाती वों ऐसा सोच कैसा लेता है .............
........कल कि बात है ....................
१- हुआ कुछ यू कि कल स्कूल में उसे इंग्लिश टेस्ट में पांच में से साढ़े चार अंक मिले .................घर आने परख़ुशी-ख़ुशी अपनी बहन सुहानी (१२ वर्ष ) कों बताया ......................सुहानी उसे चिढाने के लिए बोलने लगीये फोर्टी फाइव है ....................तो सुयश का जबाब था -------ओSSSSSSSSSS मैंने महामुकाबले (स्टार प्लस पर आने वाला एक संगीत का कार्यक्रम ) से सब सीख लिया है ये पॉइंट फाइव है ..................
२- होमवर्क करने में उसका मन नहीं लग रहा था ..........मै उसके लिए स्वेटर बना रही थी .तो मैंने एक शर्त रखी---
कि मेरा स्वेटर पहले पूरा हो जाएगा तो मै युगांश (भतीजे के बेटे)) कों दे दूंगी ,और अगर तुम्हारा वर्क पहले पूराहोगा तो स्वेटर तुम्हारा ..................थोड़ी देर तक तो वो जल्दी -जल्दी करता रहा फिर पास बैठी मेरी भाभी से बोलामै आपके साथ रेस करूँगा -----भाभी ने कहा हां बेटा ठीक है ------मै तो जल्दी नहीं बना सकती -------सुयशका प्रश्न था -------ये जल्दी बनाते है न --------स्पोर्ट टीचर है इसके लिए ???
----अब कहो-------- ऐसी बाते सुनकर हंसी आये बिना कहा रह सकती थी -----------------आप भी शायद पढ़कर हंस रहे होंगे !!!!!!!!!!!!!!!
और हमारे हीरो की तस्वीरे कैसी लगी ???
होली की शुभकामनाए
न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
Friday, February 26, 2010
Wednesday, February 17, 2010
आशीर्वाद ...................दिल से
इस बार स्कूल में कक्षा १२ वी के बच्चो के विदाई समारोह में मै शामिल नहीं हो पाऊँगी |इस बार जो बच्चे स्कूल छोड़कर जाने वाले है वे पहली कक्षा में थे , जब मैंने स्कूल ज्वाइन किया था इसलिए कुछ ज्यादा ही याद आ रहे है वे बच्चे ..............................स्कूल छोड़ते समय बच्चे बहुत खुश भी होते है और अपने साथियों से बिछड़ने का गम भी होता है उन्हें ...................जहा टीचर की डांट और होमवर्क से छुटकारा मिलने की ख़ुशी उनके चेहरों पर साफ़ देखी जा सकती है वही टीचर के माथे पर उनके उज्जवल भविष्य के लिए चिंता की लकीर देखी जा सकती है .......................मै ऐसा मानती हू कि यहाँ से इन बच्चो का नया सफ़र शुरू होता है .................अब उन्हें अपने आप से भी लड़ना होगा ........................मै इन बच्चो के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अपने दिल की बात कुछ इस तरह कहना चाहती हूँ ..........................प्रिय बच्चो ,आज आप सबकी स्कूल से बिदाई है ,बड़ी भावुकता पूर्ण ये जुदाई है ,
हर एक पल तुम्हे याद आ रहा होगा ,जिसमे कुछ खट्टा या मीठा स्वाद रहा होगा ,
हम नहीं जानते की यहाँ से निकलकर तुम कहा जाओगे ?मगर इतना बता सकते है की हमें बहुत याद आओगे |
यहाँ पाए घावों कों सदा याद रखना ,क्योकि तभी तुम्हे याद आएगा -हमारा उन पर मरहम लगाना |
जिस तरह एक छोटी गलती या भूल भी -बड़ी सीख देकर जाती है ----उसी तरह अगर मौके का फायदा न उठाओ तो -----जिन्दगी बदल जाती है |
मुझे तुमसे ये भी है कहना ---कि झूठ की डोर पकड़कर कभी ऊपर मत चढ़ना,क्योकि झूठ कि डोर होती है कच्ची------कभी भी टूट जाएगी ,जबकि सच्चाई कि डोर होती है पक्की -------हमेशा ऊपर तक ही पहुचाएगी |
साथ चलने का शौक हो तो ---अपनो कों साथ लेना,तनहा भी चलना हो तो ---- सपनों कों साथ लेना |
हिम्मत से अपनी बाँध लेना मुठ्ठी में पवन कों ,और हौसलों से महका देना मरुथल में चमन कों |
अधिकार के लिए जब लड़ो----- तो न भूलो कर्तव्यो कों,
अपने उसूलो के लिए लड़ो -----तब रोक लो समय कों |
एक वक्त ही तो है जो किसी का साथ नहीं देता ,भगवान भी कभी किसी से ऋण नहीं लेता |
एक पल की जिंदगी भी होती है बहुत बड़ी ,क्योकि जीवन की डोर तो है, बस एक सांस पर अड़ी |
याद सदा रखना ---औरो के नमक कों ,और नमक अदा करने क़ बाद ----देखना अपनी आँखों चमक कों |
निकल पड़े हो जो राह में तो भटकना न कभी तुम ,भटके जो कभी राह तो --हो जाओगे यूं ही गुम |
अच्छाई और बुराई का जिसने फर्क समझ लिया ----उसने हर मुश्किल का हल चुटकी में झटक लिया |
भविष्य तुम्हे बुला रहा है ---,आस से निहार रहा है ,ईश्वर से यही प्रार्थना है ---समय तुम्हे निखारे..............हर कोई ----प्रेम से दुलारे .........
और मंजिल तुम्हे पुकारे ...............क्योकि तुम --- उर्जा का पुंज हो ..........बस यही चाहती हूँ -----चारो दिशाओ में तुम्हारी ही गूंज हो .........................
हर एक पल तुम्हे याद आ रहा होगा ,जिसमे कुछ खट्टा या मीठा स्वाद रहा होगा ,
हम नहीं जानते की यहाँ से निकलकर तुम कहा जाओगे ?मगर इतना बता सकते है की हमें बहुत याद आओगे |
यहाँ पाए घावों कों सदा याद रखना ,क्योकि तभी तुम्हे याद आएगा -हमारा उन पर मरहम लगाना |
जिस तरह एक छोटी गलती या भूल भी -बड़ी सीख देकर जाती है ----उसी तरह अगर मौके का फायदा न उठाओ तो -----जिन्दगी बदल जाती है |
मुझे तुमसे ये भी है कहना ---कि झूठ की डोर पकड़कर कभी ऊपर मत चढ़ना,क्योकि झूठ कि डोर होती है कच्ची------कभी भी टूट जाएगी ,जबकि सच्चाई कि डोर होती है पक्की -------हमेशा ऊपर तक ही पहुचाएगी |
साथ चलने का शौक हो तो ---अपनो कों साथ लेना,तनहा भी चलना हो तो ---- सपनों कों साथ लेना |
हिम्मत से अपनी बाँध लेना मुठ्ठी में पवन कों ,और हौसलों से महका देना मरुथल में चमन कों |
अधिकार के लिए जब लड़ो----- तो न भूलो कर्तव्यो कों,
अपने उसूलो के लिए लड़ो -----तब रोक लो समय कों |
एक वक्त ही तो है जो किसी का साथ नहीं देता ,भगवान भी कभी किसी से ऋण नहीं लेता |
एक पल की जिंदगी भी होती है बहुत बड़ी ,क्योकि जीवन की डोर तो है, बस एक सांस पर अड़ी |
याद सदा रखना ---औरो के नमक कों ,और नमक अदा करने क़ बाद ----देखना अपनी आँखों चमक कों |
निकल पड़े हो जो राह में तो भटकना न कभी तुम ,भटके जो कभी राह तो --हो जाओगे यूं ही गुम |
अच्छाई और बुराई का जिसने फर्क समझ लिया ----उसने हर मुश्किल का हल चुटकी में झटक लिया |
भविष्य तुम्हे बुला रहा है ---,आस से निहार रहा है ,ईश्वर से यही प्रार्थना है ---समय तुम्हे निखारे..............हर कोई ----प्रेम से दुलारे .........
और मंजिल तुम्हे पुकारे ...............क्योकि तुम --- उर्जा का पुंज हो ..........बस यही चाहती हूँ -----चारो दिशाओ में तुम्हारी ही गूंज हो .........................
Sunday, February 14, 2010
Friday, February 12, 2010
गंगा तेरा पानी अमृत .................झर-झर बहता जाए ...........
भूपेन हजारिका जी द्वारा गाया गया एक बहुत पुराना गीत ........................समाचारों में कुम्भ की खबरे सुनते-सुनते याद आ गया ....................बहुत पहले मैंने अपनी आवाज में रिकोर्ड किया था आज वही आप सबके लिए शायद बहुत लोगो ने सुना नहीं होगा ........................... ...............
सुनिए--
सुनिए--
Friday, February 5, 2010
हां भाई हां ...........................मेरी ही है.....................
Thursday, February 4, 2010
अब ये भी कोई बात है ...................................कि बताते हुए भी .................
बहुत दिनों के बाद लिख रही हू --------------------शायद आप लोग भी यही सोच (?????) रहे होगे |अबआपसे क्या बताऊ बताते हुए शर्म आने लगी है ,क्योकि जिसे भी बताया वो पहले तो हँसता है , फिर आश्चर्य करताहै | अब जो हुआ है वो ही तो बताउगी न !!!! सो आपको भी बता ही देती हूँ ----------------
मेरे पैर में फ्रेक्चर हुआ है
कैसे???
टेबल-टेनिस खेलते समय ..........
हा,हा,हा,हा,हा ..............ये भी कोई खेल है जिसमे हड्डी टूट गई ??
हां है तो शर्म की बात ही .............कोई मैदानी खेल खेलते समय टूटती तो बताने में भी अच्छा लगता ,अब तक पूरीजिंदगी खेलते हुए ही बिता दी पर एक बार भी हड्डी नहीं टूटी ,एक तो ऐसा पहली बार हुआ और वो भी ऐसे खेल में ??????????
आगे का अनुभव बाद में ................(.पैर में दर्द होना शुरू हो गया है ज्यादा देर बैठना मना है )............. .........
मेरे पैर में फ्रेक्चर हुआ है
कैसे???
टेबल-टेनिस खेलते समय ..........
हा,हा,हा,हा,हा ..............ये भी कोई खेल है जिसमे हड्डी टूट गई ??
हां है तो शर्म की बात ही .............कोई मैदानी खेल खेलते समय टूटती तो बताने में भी अच्छा लगता ,अब तक पूरीजिंदगी खेलते हुए ही बिता दी पर एक बार भी हड्डी नहीं टूटी ,एक तो ऐसा पहली बार हुआ और वो भी ऐसे खेल में ??????????
आगे का अनुभव बाद में ................(.पैर में दर्द होना शुरू हो गया है ज्यादा देर बैठना मना है )............. .........