न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
बहुतसुन्दर प्रस्तुति। आभार।
हमेशा की तरह उम्दा ..बधाई.
sunadar rachna bahut sundar prastutibahut khub shkhar kumawat http://kavyawani.blogspot.com/
mujhe ek cheez samajh nahi aayi aapne kuch purane moti hamare saamne parose aur uspe comments kitne ajeeb...bechare comments paane ki andhi daud me kya kya karte haun log...http://dilkikalam-dileep.blogspot.com/
acha gaya hai...
@बाली जी व संजय जी, दिलीप जी,धन्यवाद ।@दिलीप जी,अब आपने भी तो एक के साथ एक फ़्री दिया......हा ,हा ,हा
गुनगुना लिये. धन्यवाद और जय हिन्द.
एक सुखद परिवर्तन...पुराने गीत नई आवाज में सुने.अच्छे लगे.
बहुतसुन्दर प्रस्तुति। आभार।
ReplyDeleteहमेशा की तरह उम्दा ..बधाई.
ReplyDeletesunadar rachna
ReplyDeletebahut sundar prastuti
bahut khub
shkhar kumawat
http://kavyawani.blogspot.com/
mujhe ek cheez samajh nahi aayi aapne kuch purane moti hamare saamne parose aur uspe comments kitne ajeeb...bechare comments paane ki andhi daud me kya kya karte haun log...
ReplyDeletehttp://dilkikalam-dileep.blogspot.com/
acha gaya hai...
ReplyDelete@बाली जी व संजय जी, दिलीप जी,धन्यवाद ।
ReplyDelete@दिलीप जी,अब आपने भी तो एक के साथ एक फ़्री दिया......हा ,हा ,हा
गुनगुना लिये. धन्यवाद और जय हिन्द.
ReplyDeleteएक सुखद परिवर्तन...पुराने गीत नई आवाज में सुने.अच्छे लगे.
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