Saturday, May 1, 2010

व्यंगात्मक कहानी

" गरीबी एक अभिशाप है किंतु इससे विचलित होकर जो लोग गलत राह चुन लेते हैं , वे खुद को बर्बादी की ओर बढाते हैं और जो धैर्य रखकर संतोष व ईमानदारी अपनाए रखते हैं वे अपना उत्थान करते हैं "

सुनिए मेरी आवाज में आवाज पर ...............सुदर्शन जी की व्यंगात्मक कहानी...............".अठन्नी का चोर " ...........ये मेरा दूसरा प्रयास है ..................

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