एक व्यक्ति दूसरे से -----"आपने इतना अदब कहाँ से पाया?"
दूसरे ने जबाब दिया-----"बेअदबों से।"
पूछने वाला असमंजस में पड गया।.......उसने कहा-- "यह कैसे?.....भला उनसे कोई क्या सीख सकता है ?"
मुस्कराते हुए दूसरे से उत्तर मिला-----"इसमें हैरान होने की क्या बात है ?मैने उनमें जो बुरी बात देखी,उससे अपने -आपको दूर रखा,...........बस!!!!!!...........इतनी -सी बात है -----------
सीखने वाला तो खेल-कूद से भी सीख लेता है पर..........जिसे न सीखना हो वो सौ पाठ पढने के बाद भी कुछ नही पा सकता ....
learning is a never ending process
ReplyDeleteचलिए मैं भी सीखने की कोशिश करूंगा इससे..
ReplyDeleteचलिए मैं भी सीखने की कोशिश करूंगा इससे..
ReplyDeleteएक अच्छी एवं प्रेरक लघुकथा
ReplyDeleteप्रेरक.....सटीक बात कही है
ReplyDeleteयह प्रेरक किस्सा लुक़मान हक़ीम का है...
ReplyDeleteगहरी सीख दे दी आपने इतनी ही बात में ...
ReplyDelete@मीनाक्षी जी जानकारी के लिए धन्यवाद.........
ReplyDeletebadhiya sikhaya...yaad rakhunga...
ReplyDeleteसटीक बात कही है
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