Sunday, February 26, 2012

ये आलसी का काम है

आज सुनिये एक ऐसी आवाज जिसे आप बार-बार सुनना चाहेंगे -- हैं तो ये आलसी पर चुपचाप एक काम कर रहे है जिसे सराहे बिना नहीं रह पाएंगे आप-- पास बैठेंगे तो सुनाएंगे बक-बक में भी नायाब बातें ..ऐसा ये कहते है ....

 

10 comments:

  1. इस कवि का पढना और सुनना दोनों ही आनंदानुभूति का हेतु बनता है ! आभार !

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  2. आलसी शब्द का सरासर दुरुपयोग है यह तो। हमारी आपत्ति दर्ज़ की जाये।

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  3. आज सुबह से ही आलस्य त्याग कर ये हमारा दिन बनाने में लगे हुए हैं.. इनके कारण आज अपने गुरुदेव से बात हुई!!
    इनकी कविता, इनके स्वर में सुनना अत्यंत सुखद अनुभव है..
    तुम्हें भी धन्यवाद, इसे शेयर करने के लिए!!

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  4. पढ़ आये और सुन आये..आनन्द आ गया..

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  5. बहुत बढिया, आलसी का काम अच्छा है।

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  6. हमें तो क्रोम एरर दे रहा है उनके ब्लॉग पर....

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  7. हमें तो क्रोम एरर दे रहा है उनके ब्लॉग पर....

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  8. चूँकि आपको आभार व्यक्त नहीं करता हूँ, बस मुस्कुरा रहा हूँ :)

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  9. वाह!
    अच्छा लगा सुनकर.

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