न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
बहुत ही सुंदर कहानी का चुनाव और आपकी आवाज में कहानी खुद बोलती सी लग रही है, बहुत शुभकामनाएं.रामराम.
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (26-05-2013) के चर्चा मंच 1256 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
बहुत बेहतरीन सुंदर प्रस्तुति ,,बधाई RECENT POST : बेटियाँ,
सुप्रभात दिल को छू गई कहानी और आपकी आवाज निःशब्द करती अभिव्यक्ति
सुना और पढ़ा भी, सूची में डाल लिया है।
कहानी ,बोलती हुई
बहुत सुंदर तौलिया और रूमाल
बहुत बहुत धन्यवाद आपका ,इतना सुन्दर पॉडकास्ट बनाने और उसे यहाँ पोस्ट करने के लिए...:-)
आपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है के आपकी यह विशेष रचना को आदर प्रदान करने हेतु हमने इसे आज २७ मई, २०१३ के ब्लॉग बुलेटिन-आनन् फ़ानन पर स्थान दिया है | बहुत बहुत बधाई |
बहुत सुन्दर.....दी आपको और अंशु को बधाई....सादरअनु
बहुत ही सुंदर कहानी का चुनाव और आपकी आवाज में कहानी खुद बोलती सी लग रही है, बहुत शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (26-05-2013) के चर्चा मंच 1256 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन सुंदर प्रस्तुति ,,बधाई
ReplyDeleteRECENT POST : बेटियाँ,
सुप्रभात
ReplyDeleteदिल को छू गई कहानी और आपकी आवाज
निःशब्द करती अभिव्यक्ति
सुना और पढ़ा भी, सूची में डाल लिया है।
ReplyDeleteकहानी ,
ReplyDeleteबोलती हुई
बहुत सुंदर
ReplyDeleteतौलिया और रूमाल
बहुत बहुत धन्यवाद आपका ,इतना सुन्दर पॉडकास्ट बनाने और उसे यहाँ पोस्ट करने के लिए...:-)
ReplyDeleteआपको यह बताते हुए हर्ष हो रहा है के आपकी यह विशेष रचना को आदर प्रदान करने हेतु हमने इसे आज २७ मई, २०१३ के ब्लॉग बुलेटिन-आनन् फ़ानन पर स्थान दिया है | बहुत बहुत बधाई |
ReplyDeleteबहुत सुन्दर.....
ReplyDeleteदी आपको और अंशु को बधाई....
सादर
अनु