घड़ी का अलार्म,उगता सूरज, और भोर की लाली
बिस्किट की प्लेट के साथ एक चाय की प्याली
टेबल पर अखबार और तुम्हारी कुर्सी खाली
तुम क्या जानो, इनकी कैसे आदत डाली.......
फ़टाफ़ट नाश्ता, स्कूल और बच्चों की तैयारी
बस छूटी तो स्कूटर की ट्रिपल सवारी
दिन भर की थकान और काम भारी...
तुम क्या जानो, इनकी कैसे आदत डाली.......
बिस्किट की प्लेट के साथ एक चाय की प्याली
टेबल पर अखबार और तुम्हारी कुर्सी खाली
तुम क्या जानो, इनकी कैसे आदत डाली.......
फ़टाफ़ट नाश्ता, स्कूल और बच्चों की तैयारी
बस छूटी तो स्कूटर की ट्रिपल सवारी
दिन भर की थकान और काम भारी...
तुम क्या जानो, इनकी कैसे आदत डाली.......
जीवन का हर दिन प्रारम्भ होता है, ऐसे ही।
ReplyDelete:(
ReplyDeleteप्यारी सी पोस्ट .....
ReplyDeleteBe Lated........जन्मदिन मुबारक अर्चना मासी :))
@ संजय भास्कर