सभी से क्षमा याचना सहित .....और अफसोस भी है कि किसी के ब्लॉग की
लिंक नही लगा पा रही हूँ अभी .मौका मिलते ही एडिट कर लूँगी.....
जो कुछ भी लिखा इनके स्टेटस पढ़कर ही जाना .......
गिरिजेश राव -
स्टेटस लगाए शनि को
व्यंग्य बाणों से अचूक
काल के यात्री हैं सनातन
पढ़ते इनको रह कर मूक ......
......जोगीरा सा रा रा रा
समीरलाल जी -
तश्तरी जाने कहाँ लुकाई
भागमभाग और हाथापाई
बड़के ब्लॉगर अब तो बोल
छुपे-छुपे ही खोल दे पोल........
...जोगीरा सा रा रा रा .............
अमित श्रीवास्तव जी -
"बस यूं ही" कहता जाकर
खुश होता डिश वाशर पाकर
निवेदिता संग जम गयी जोड़ी
किस्मत इनकी तगड़ी-चौड़ी....
......जोगीरा सा रा रा रा
अनूप शुक्ला जी -
बालकनी में चाय पिलाते
सूरज को पकड़-पकड़ बतियाते
बड़े फुरसतिया है अनूप
मोटे हो रहे हैं अभी खूब....
जोगीरा सा रा रा रा .........
वाणी गीत जी और अली भाई -
बड़े प्यार से करे खिंचाई
वाणी गीत और अली भाई
चुभा -चुभा कर सुई लगाते
बिना बुलाए कहीं न जाते ..........
.....जोगीरा सा रा रा रा .......
देवेन्द्र पाण्डेय जी -
इनके पास अमन और चैन
जाने क्यूँ फिर भी रहते "बेचैन "
चित्रों से ये है रिझाते
गीत इनके हम है गाते
...जोगीरा सा रा रा रा .....
अनुलता -
प्रेम की बोली इसकी पहचान
लड़ती मुझसे चढ़ा कमान
दिल निकाल कर ये दे जाती
मेरी छोटी बहन कहलाती.......
<3
....जोगीरा सा रा रा रा .....
शिवम् -
शिवम है मेरा छोटा भाई
इसके रहते आंच न आई
देश की चिंता इसे सताती
"बुरा-भला" में श्रद्धा पाती
...जोगीरा सा रा रा रा ............
रचना बजाज-
छोटी छुरी ,करती गहरे घाव
कम शब्दों में भरती पूरे भाव
मुश्किल है इससे किसी का बचना
ऐसी है छोटी बहन रचना .......(बजाज)...
......जोगीरा सा रा रा रा .......
देव कुमार झा
आदि बाबा की सेवा करते
मनीषा के गुस्से से डरते
थोड़ा रूको ओ देव बाबू
बाबा नचाएंगे हो बेकाबू.......
......जोगीरा सा रा रा रा ........
अजय कुमार झा
कोर्ट कचहरी का हो काम
अज्जू देते उनको अंजाम
गोलू-बुलबुल इनकी जान
ख़ास "ईsssश्टाईल"इनकी पहचान........
.......जोगीरा सा रा रा रा ....
गौतम राजरिशी जी
इनको करते हम प्रणाम ,खुद सर झुकता लेते नाम
बुद्ध नही पर गौतम है ,स्नेह नहीं इनसे कम है
सरहद पर रहते तैनात हर मौसम,दिन हो या रात
ग़ज़लों के ये कारीगर, दिल देता आशीष भर-भर..........
......जोगीरा सा रा रा रा .........
काजल कुमार जी
इनकी कूँची देखके ,होती नहीं हैरानी
इनके आगे पानी भरती ,अच्छे अच्छों की नानी
नियत समय पर सोते उठते अपने काजल भाई
लेट कभी ना होता वो जिसने इनसे घड़ी मिलाई .......
....जोगीरा सा रा रा रा ...........
अविनाशचन्द्र
भोला चेहरा स्फूर्त दिमाग
समय की कमी से रूका है ब्लॉग
कविता इनकी तोड़े तन्द्रा
विनम्र है बाबू अविनाशचन्द्र
.....जोगीरा सा रा रा रा ......
बी.एस.पाबला जी
डिग्री नहीं पर डॉक्टर हैं
अच्छे अच्छों के मास्टर हैं
जैसी काया वैसे धीर-गंभीर
ब्लॉगर सरदार हैं मेरे वीर......
....जोगीरा सा रा रा रा .........
ललित शर्मा जी
पुरातत्व का शौक हैं रखते, जंगल -जंगल छान मारते
नई जगह की सैर कराते तस्वीरें भी हमें दिखाते
बिना शुगर के खाते कंद,रहते हरदम मस्त -मलंग
चार आँखों संग तगड़ी मूंछ, रखते स्वामी ललितानंद
....जोगीरा सा रा रा रा ......
अरविन्द मिश्रा जी
प्रेम भाव से भरे अनोखे करते ये विज्ञान प्रसार
तनी हुई रस्सी पर चलते ले हाथों नंगी तलवार
ब्लॉग जगत में कोई नही,जो यूं ही दे इनको बिसरा
हाँ, हाँ, ठीक तो पहचाना-वही अपने अरविन्द मिश्रा....
......जोगीरा सा रा रा रा रा .............
सतीश सक्सेना जी
हंसते ,रोते और ठुनकते जब देखो तब इनके गीत
तेरे-मेरे ,इसके-उसके सबके प्यारे इनके गीत
सरदी ,गरमी ,बरखा लाते ,जैसा मौसम वैसे गीत
बड़े ही नाजुक,कोमल,सुन्दर और संवेदन इनके गीत.....
.......जोगीरा सा रा रा रा रा..........
आशीष राय जी
बगिया इनकी रंग-बिरंगी फूल खिले हर क्यारी-क्यारी
करते लेखन सौन्दर्य वाला ,या फिर लिखते ये बधशाला
बड़े घुमक्कड़ आशीष राय,एक पैर कलकत्ता तो एक दिल्ली टिकाय
कविता इनकी मन को भाय ,पर समझे वही जो डिक्शनरी लाय...
...जोगीरा सा रा रा रा .........
शेफाली पाण्डेय (मास्टरनी)जी
ट्वीटर,फेसबुक,और व्हाट्स एप्प पर ही
खेल ली होली,दे दी बधाई
बिना गुझिया ही "मास्टरनी" जी ने
सबको बुद्धू बना अपनी "दीवाल" रंगाई........
....जोगीरा सा रा रा रा ........
ताऊ (मुद्गल जी)--
इनको कोई जान न पाया
बड़ी अनोखी इनकी माया
प्यार ये अपना देते बाँट
फिर ताई से खाते डांट
देते हैं ये सबको झांसा
बड़े-बड़ों को इन्होंने फांसा
लट्ठ लेकर घूमती ताई
इनको अब तक पकड़ न पाई
स्वभाव से हैं ये बिलकुल काऊ
नही पहचाना?,अरे! हमारे ताऊ............
....जोगीरा सा रा रा रा .............
गिरीश पंकज जी
रचनाओं में इनकी दम
मिलनसार हैं, वजन है कम
नाम गिरीश "पंकज"हैं लिखते
मिलकर पंकज जैसे ही खिलते
.....जोगीरा सा रा रा रा ...........
निवेदिता
"निवेदिता" को रही शिकायत,नाम "अमित" का नहीं लिया
मस्त लगा तो मस्त कहा था, पर अपना मुंह फुला दिया
जोड़ी तुम्हारी इतनी प्यारी कुछ कहते न बनता है
झूठ कहूं तो पूछो किसी से गवाह सारी जनता है
आज है होली रंगों वाली खेलो चाहे जितना खेल
भूल के गुस्सा रंग लगाओ ,खुश हो जाओ कर लो मेल........
.....जोगीरा सा रा रा रा रा ...........
वाणी गीत
",वाणी " की जो सुन ले बानी
मिलता उसको "ज्ञान" भरपूर
सुबह-सबेरे चाय पर मिलती
नहीं रहती वो मुझसे दूर
घर के काम काज करने
हो जाती फिर झट से फुर्र..........
........जोगीरा सा रा रा रा रा .........
अनुराग शर्मा
सबसे अनुराग रखते हैं ये शर्मा
ब्लॉग जगत के पहुंचे हुए कर्मा
विषयों के अद्भुत हैं जानकार
रहते हरदम मदद को तैयार
पिट्सबर्ग से देते आवाज
कई ब्लॉगों पर करते काज ......
.....जोगीरा सा रा रा रा रा .........
रमाकांत जी
सीमित साधनों में हैं देते, नन्हें बच्चों को बढ़ावा
ऐसे मंदिर के ये पुजारी, जिसमें आता नही चढ़ावा
नही कोई ये धर्म गुरू पर देते हैं ये दीक्षा
बड़े भैया रमाकांत जी ,कर्म है इनका शिक्षा
.....जोगीरा सा रा रा रा रा ......
सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी
साँस रोक कर रखिये कुछ अद्भुत बताने वाले हैं जन हितार्थ
हाँ,सरकार किसकी बनेगी ?ये बताएंगे हमारे ख्यात जोशी सिद्धार्थ.........
......जोगीरा सा रा रा रा ...........
(संजय अनेजा जी का कमेन्ट पढ़कर प्रेरणा मिली)........:-D
अर्चना जी , आप उम्मीदवारो की दूसरी सूची भी जारी करेंगी क्या ?
ReplyDeleteफागुन का बीड़ा आपने उठा लिया इस बार
ReplyDeleteतन मन रंग भरता रहे हर दिन हर वार
जोगीरा सरसरसरररररर
ये सेफ नाम थे अनसेफ नाम भी आयेगें क्या ?
आनंद भी आया बहुत साराराररारारारा
ReplyDeleteवाणी गीत का या अली जी के लिए कुछ अलग नहीं सूझा आपको ?!
ReplyDeleteअलीजी जैसे विद्वान् से हमारी क्या बराबरी!
या फिर होली का व्यंग्य है यह मुझ पर !
जय हो..
ReplyDeleteअच्छी दी पहचान सभी की,
ReplyDeleteअच्छी है यह बात
संत कई बैठे हैं ताकते
अगला कौन है साथ!
जोगीरा सररर र र र र र र र र र!!!!
achcha laga.....ye andaz bhi.
ReplyDeleteहोली आ गयी क्या ??? बैंग्लोर में तो पता भी नहीं चलता.....
ReplyDeleteबहुत खूब, चलिए होली की शुरुवात आपने कर दी।
ReplyDeleteक्या दी ,नाम गुमनाम रखते हुए एक साथ ही निपटा दिया .... वैसे मस्त है :)
ReplyDeleteबच्चों से पी.टी.करवातीं
ReplyDeleteमीठे स्वर में गाना गातीं
टाइमलाइन पर लिंक डालकर
कमेंट करने को उकसातीं
............जोगीरा सा रा रा रा
बहुत खूब..
ReplyDelete......जोगीरा सा रा रा रा .......
ReplyDelete;)
वाह होली त्यौहार बिन जोगीरा कहाँ। ……।
ReplyDeleteक्या खूब क्या बूम है
होली की ही धूम है
जोगीरा के रंग में रंग
झूम बराबर झूम है
जोगीरा सा रा रा रा रा
''अभी''
अर्चना जी बहुत खूब ।
ReplyDeleteसुन्दर रंग जमाया है .
ReplyDeleteवाह जाने-पहचाने रंग सुन्दर रंग सजे हैं यहाँ …शुभकामनाएं
ReplyDeleteहोली की शुभकामनाएँ..
ReplyDeleteहोली परिचय देने का बेहद खूबसूरत अंदाज़ …
ReplyDeleteआभार आपका !
हा हा हा हा बहुत ही कमाल धमाल दीदी । आपने तो ब्लॉगिंग के पुराने फ़ाग दिन याद दिला दिए , बहुत ही उम्दा और बहुत ही बढिया
ReplyDelete:-) अरे दी मेरे आपके पंगे सार्वजनिक करती रहती हो :-)
ReplyDeleteखरगोन आकर ही निपटना होगा अब!!
होली की खूब खूब बधाई!!
भांग ज़रा कम चढ़ाना !!
अनु
रंग भरे इस मौसम में, रंगों से भर लो झोली
ReplyDeleteबैर सभी तुम भुल लगो आ गले मेरे हमजोली
-मैं कहता हूँ तुम भी बोलो, बहुत मुबारक होली!!
-समीर लाल ’समीर’
नीक बा . होली कि शुभकामनाएं
ReplyDeleteसुंदर होलियाना अंदाज़ मस्त रहा
ReplyDeleteक्या बात है :)
ReplyDeleteयादें ताजा हो आईं। मिश्रा को मिसरा कर देने से मिसरे में वजन आ जायेगा। हा हा।
ReplyDelete