नए प्रयोग करते रहने से जीवन नीरस नहीं लगता ......और कोई भी चीज सीखने की तो कोई उम्र भी नहीं होती ........
और सबसे बड़ी बात अपना शौक पूरा करने की ईच्छा
और अपने मन की करने पर मिलने वाली
आत्मसंतुष्टी......
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यानी कि कुल मिलाकर ये ब्लॉग पोस्ट .......:P
कई मन के भाव, चेहरे के रूप।
ReplyDeleteएक बच्चे की मुस्कुराहट से शुरू हुई और एक बच्चे की तरह खट्टे फल की खटास से बन्द हुई आँखों पर जाकर समाप्त हुई!
ReplyDeleteएक यात्रा सा लगता है कोलॉज... एक थीम के साथ प्रयोग करो तो तुम ज़रूर कर पाओगी कुछ नये प्रयोग.. किसी महापुरुष सॉरी महानारी ने कहा भी है - नए प्रयोग करते रहने से जीवन नीरस नहीं लगता ...!! :)
बढ़िया कोलाज
ReplyDeleteबहुत बढ़िया है :)
ReplyDeleteeak hi insan ki vibhinn mudrain bahut kuch kahati hain
ReplyDeletebaccha ka khelan,
muskarana,
aankhe bhichana,
sakpakana.
kisi ka aapne me hi kho jana
sari tasvir sunder hain