Tuesday, July 24, 2018

बीते हुए लम्हे


आज २४ जुलाई फिर से सामने आ खड़ी हुई है -कुछ याद चित्रों के सहारे 

















9 comments:

  1. हो सके तो आज ऋता जी से बात कर लें

    सादर

    ReplyDelete
  2. महसूस कर सकती हूँ ....साथ हूँ आपके 🤝

    ReplyDelete
  3. कैसे कहूँ कि धैर्य रखो,बस इतना सदैव साथ हूँ 😍🤝🙏

    ReplyDelete
  4. आपके साहस और संघर्ष को नमन करता हूं।

    ReplyDelete
  5. क्या कहूँ ?
    धैर्य बनाये रखें !!

    ReplyDelete
  6. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 26.07.2018 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3344 में दिया जाएगा

    धन्यवाद

    ReplyDelete