न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे,
न ही किसी कविता के,
और न किसी कहानी या लेख को मै जानती,
बस जब भी और जो भी दिल मे आता है,
लिख देती हूँ "मेरे मन की"
Tuesday, March 1, 2022
कष्टभंजन देव हनुमान जी ,सालंगपुर,गुजरात
हम भाई बहन अचानक से तय कर द्वारका दर्शन करने निकले,अहमदाबाद से सड़क मार्ग से पहले सोमनाथ जाना तय किया। रास्ते में सालंगपुर में हनुमान मंदिर आया, विशाल परिसर, साफसुथरा प्रांगण ,बगीचा ठहरने के लिए आवासीय कक्ष , सबकुछ बहुत सुंदर।
आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (02-03-2022) को चर्चा मंच "शंकर! मन का मैल मिटाओ" (चर्चा अंक 4357) पर भी होगी! -- सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (02-03-2022) को चर्चा मंच "शंकर! मन का मैल मिटाओ" (चर्चा अंक 4357) पर भी होगी!
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सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'