न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
महादेवी वर्मा की रचना आपके स्वर में सुन कर अच्छा लगा.
बहुत अच्छा लगा धन्यवाद
hmm..
सुन कर अच्छा लगा.
बड़ा सुन्दर गीत
It's good-----------------चाँद, बादल और शामगुलाबी कोंपलेंThe Vinay Prajapati
:) ... bahut khoob
बहुत अच्छा लगा ... धन्यवाद ...
bahut sunder!
भावपूर्ण गीत और मधुर स्वर...
महादेवी वर्मा की रचना आपके स्वर में सुन कर अच्छा लगा.
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा धन्यवाद
ReplyDeletehmm..
ReplyDeleteसुन कर अच्छा लगा.
ReplyDeleteबड़ा सुन्दर गीत
ReplyDeleteIt's good
ReplyDelete-----------------
चाँद, बादल और शाम
गुलाबी कोंपलें
The Vinay Prajapati
:) ... bahut khoob
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा ... धन्यवाद ...
ReplyDeletebahut sunder!
ReplyDeleteभावपूर्ण गीत और मधुर स्वर...
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