करना तो था श्री महिषासुर मर्दिनी स्त्रोत्र...................पर माईक काम नहीं कर रहा ......पहले रिकार्ड कर चुकी कोई प्रार्थना ढूंढी....................नहीं मिली.................मिला तो ये गीत.........उतना बुरा भी नहीं पर तब भी कोई मेहमान के आ जाने से बीच में रोकना पड़ा था...........पर ये तो अपना स्टाईल है .......यही सही......एक नया प्रयास..............हा हा हा......पर माईक ठीक होते ही पहले स्त्रोत्र......(या कहीं से जुगाड़ के (रचना या देवेन्द्र जिन्दाबाद) )..पक्का........
सारे ब्लॉगर साथियों और उनके परिवार को नवरात्री पर्व और दशहरे की शुभकामनाएं.............मेरी और मेरे परिवार की ओर से........ईश्वर सबको हमेशा खुश रखे इसी कामना के साथ ......सुनिये ये गीत (जैसा भी है ...)
सारे ब्लॉगर साथियों और उनके परिवार को नवरात्री पर्व और दशहरे की शुभकामनाएं.............मेरी और मेरे परिवार की ओर से........ईश्वर सबको हमेशा खुश रखे इसी कामना के साथ ......सुनिये ये गीत (जैसा भी है ...)
aapko bhi dashahra ki bahut bahut badhai
ReplyDeleteजिन्दगी की पहेली का गीत अच्छा लगा!
ReplyDeleteमधुर गीत।
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