Tuesday, February 1, 2011

भीष्म साहनी जी की कहानी -"गुलेलबाज लड़का"

12 comments:

  1. प्रवाहमयी पर मुँह नहीं चल रहा था चित्र में।

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  2. आपने सुन्दर कथा का वाचन किया है!

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  3. बहुत सुंदर जी , धन्यवाद

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  4. हम दौनो ने सुनी अच्छी लगी

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  5. बेहतरीन पोस्ट लेखन के लिए बधाई !

    आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।

    आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है - पधारें - ठन-ठन गोपाल - क्या हमारे सांसद इतने गरीब हैं - ब्लॉग 4 वार्ता - शिवम् मिश्रा

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  6. बहुत बढ़िया चयन ।

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  7. अंदाज -ए- वयां अद्भुत है ....आपका आभार

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  8. बहुत सुंदर..."ला-जवाब" जबर्दस्त!!

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  9. कुछ दिनों से बाहर होने के कारण ब्लॉग पर नहीं आ सका
    ........माफ़ी चाहता हूँ

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