Thursday, June 23, 2011

जीवन धारा...

 जिंदगी का सफ़र ...


जब दर्द नही था सीने में...


 ओ माझी रे...


नदिया चले चले रे धारा....


 दूर है किनारा ...


जीवन चलने का नाम...



9 comments:

  1. आज तो चित्रहाल चला रखा है दूरदर्शन वाला:)

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  2. सब मजेदार है ..!

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  3. ओये होये आज तो आनन्द आ गया।

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  4. फिल्मी दुनिया के झरोखे से जीवन का दर्शन समझा दिया!!

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  5. फिल्मी दुनिया के झरोखे से जीवन का दर्शन समझा दिया!!

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  6. सारे के सारे प्रिय गाने।

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  7. आठ दस और चढ़ा दिजिये तो एक फिल्म के बराबर हो जाये ३ घंटे का...तब आराम से सुनेंगे. :)

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