न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
१ , २ नहीं पूरे छह गाने.एक से बढ़ कर एक लाजबाब.आपके मन की यादों में खो गए जी.वाह! अर्चना जी आपका जबाब नहीं.होली की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
यादों पर सिर्फ स्त्रियों का हक नहीं होता... या सिर्फ स्त्रियों के यादों का प्रतिनिधित्व है यहाँ.. खैर जो भी है, मिठास लिए है!!
लो आ गयी, उनकी याद! मनभावन गीत!
सब के सब गहरी पसन्द के गीत..
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!--होलिकोत्सव की शुभकामनाएँ!
मस्त ... गीतों का आनंद ...
सभी गीत एक से बढ़कर एक ...
१ , २ नहीं पूरे छह गाने.
ReplyDeleteएक से बढ़ कर एक लाजबाब.
आपके मन की यादों में खो गए जी.
वाह! अर्चना जी आपका जबाब नहीं.
होली की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
यादों पर सिर्फ स्त्रियों का हक नहीं होता... या सिर्फ स्त्रियों के यादों का प्रतिनिधित्व है यहाँ.. खैर जो भी है, मिठास लिए है!!
ReplyDeleteलो आ गयी, उनकी याद! मनभावन गीत!
ReplyDeleteसब के सब गहरी पसन्द के गीत..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
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होलिकोत्सव की शुभकामनाएँ!
मस्त ... गीतों का आनंद ...
ReplyDeleteसभी गीत एक से बढ़कर एक ...
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