न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
आप सबको भी नवरात्रि की शुभकामनायें।
तुम्हें भी पूरे परिवार सहित आशीष, शुभकामनाएँ!!
अद्भुत मन को तरंगित करती
नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ...|
आप सबको भी नवरात्रि की शुभकामनायें।
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