न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
बहुत ही सुन्दर छायाचित्र.
एक से बढ़कर सुंदर तस्वीरें
बोल पड़ते चित्र
सजीव चित्र .... बहुत सुंदर
मेरी गुजराती बहन भी गुजराती है ठेठ.. गुजराती लोग बहुत खातिरदारी करते हैं और जब उनके घर जाओ तो 'होल' में बिठाकर 'स्नेक्स' खिलाते हैं.. वैसे ही वत्सल के 'केमरे' का कमाल.. लाजवाब है!! :) :) :)
सलिल भाई, सेहत का राज़ सब समझ आ गया :)
@स्मार्ट इन्डियन:सुज्ञ जी को मत बता दीजियेगा, वरना कहेंगे कि निरामिष बनता है और स्नेक्स खाता है!!!
वाह ......... बहुत खूब
बहुत ही सुन्दर छायाचित्र.
ReplyDeleteएक से बढ़कर सुंदर तस्वीरें
ReplyDeleteबोल पड़ते चित्र
ReplyDeleteसजीव चित्र .... बहुत सुंदर
ReplyDeleteमेरी गुजराती बहन भी गुजराती है ठेठ.. गुजराती लोग बहुत खातिरदारी करते हैं और जब उनके घर जाओ तो 'होल' में बिठाकर 'स्नेक्स' खिलाते हैं..
ReplyDeleteवैसे ही वत्सल के 'केमरे' का कमाल.. लाजवाब है!! :) :) :)
सलिल भाई, सेहत का राज़ सब समझ आ गया :)
ReplyDelete@स्मार्ट इन्डियन:
ReplyDeleteसुज्ञ जी को मत बता दीजियेगा, वरना कहेंगे कि निरामिष बनता है और स्नेक्स खाता है!!!
वाह ......... बहुत खूब
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