न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
सुल्दर चित्रावली...!
वाह क्या कमाल का छायांकनआग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों http://jyoti-khare.blogspot.in
woww...bahut bahut sundar tasweere hain..Vatsal ko meri blessings dijiyega
धन्यवाद रश्मि जी ,जरूर
बहुत सुंदर! वत्सल की कला प्रतिभा से पुरानी पहचान है।
वाह..कलात्मकता..भाव और प्रकृति..
वाह ............. बेहतरीन
सुल्दर चित्रावली...!
ReplyDeleteवाह क्या कमाल का छायांकन
ReplyDeleteआग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
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woww...bahut bahut sundar tasweere hain..Vatsal ko meri blessings dijiyega
ReplyDeleteधन्यवाद रश्मि जी ,जरूर
ReplyDeleteबहुत सुंदर! वत्सल की कला प्रतिभा से पुरानी पहचान है।
ReplyDeleteवाह..कलात्मकता..भाव और प्रकृति..
ReplyDeleteवाह ............. बेहतरीन
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