न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे,
न ही किसी कविता के,
और न किसी कहानी या लेख को मै जानती,
बस जब भी और जो भी दिल मे आता है,
लिख देती हूँ "मेरे मन की"
Sunday, June 16, 2013
शिक्षा अभिभावकों के लिए ...अपने बच्चों की खातिर...भाग -२
(वत्सल का लिया एक चित्र)
अगर आपके बच्चे स्कूल जा रहे हों या जाने वाले हों तो कॄपया ध्यान दें ....... सुनें बच्चों व आपके हित में जारी पॉडकास्ट आपके लिए.... "बस यूँ ही".......अमित: से स्कूल कैसा हो -द्वितीय भाग
सुनने से पक्का हो जाता है।
ReplyDeleteनमस्कार
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल सोमवार (17-06-2013) के :चर्चा मंच 1278 पर ,अपनी प्रतिक्रिया के लिए पधारें
सूचनार्थ |
सुन्दर प्रस्तुति!!
ReplyDeleteक्या आपको भी आते हैं इस तरह के ईनामी एसएमएस!!
नया चिठ्ठा :- Knowledgeable-World
पुनः बहुत बहुत आभार ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर अनुकरणीय और दर्शनीय
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteसादर
आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
पापा ---------