न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे,
न ही किसी कविता के,
और न किसी कहानी या लेख को मै जानती,
बस जब भी और जो भी दिल मे आता है,
लिख देती हूँ "मेरे मन की"
Wednesday, May 14, 2014
पांच पीढ़ी ...
पहले चित्र में - दया मासी यानि मेरी मम्मी की मौसी,मेरी नानी जी की छोटी बहन यानि हमारी मौसी नानी 94 साल की मम्मी के साथ
और दूसरे में -मैं,पल्लवी और "मायरा" माँ के साथ
पाँच पीढियों के एक साथ होने की सुखमय अनुभूति । सौभाग्य है इनका एक साथ होना । मौसी नानी और माँ को प्रणाम । खूबसूरत बेटी और उसकी और भी खूबसूरत बेटी को बहुत सारा प्यार । आशीष ।
शानदार जोडियाँ
ReplyDeleteसब को एक साथ देखकर अच्छा लगा.
आभार
Are vah
ReplyDelete:) Badhai...
ReplyDeleteमातृशक्ति को सादर नमन
ReplyDeleteबधाईयाँ !!
ReplyDeleteएक विशाल वटवृक्ष और उससे लटकती टहनियाँ!! बडों को प्रणाम और छोटों को आशीष!!
ReplyDeleteसुंदर
ReplyDeleteपाँच पीढियों के एक साथ होने की सुखमय अनुभूति । सौभाग्य है इनका एक साथ होना । मौसी नानी और माँ को प्रणाम । खूबसूरत बेटी और उसकी और भी खूबसूरत बेटी को बहुत सारा प्यार । आशीष ।
ReplyDeleteसादर नमन
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