न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
कुछ लिखने कहने की जरूरत नहीं... ईश्वर के आशीष से ....
सचमुच कमाल का काम किया है!! पूरा का पूरा फ़ैमिली ट्री!! पल्लवित-पुष्पित रहे सदा यह वंश वृक्ष!!
फ़ैमिली फ़ैमिली फ़ैमिली
सचमुच कमाल का काम किया है!! पूरा का पूरा फ़ैमिली ट्री!! पल्लवित-पुष्पित रहे सदा यह वंश वृक्ष!!
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