Tuesday, June 16, 2015

शुभदिन

शुभदिन...
अब न रूको जल्दी जाओ
जाकर खुशियाँ साथ में लाओ
दिए है तुमने गहरे घाव
कुछ नासूर कौड़ी के भाव
उनकों हौले से मलहम लगाना
टीस न उभरे ऐसे सहलाना
पड़े न किसी को यूं भरमाना
जाते- जाते आंसू ले जाना
और सुनो अब जब आना
ख़ुशियों संग प्यार भी लाना .......
-अर्चना

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