न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
चौथी वर्षगाँठ
बहुत से उतार-चढ़ाव पार हुए बहुत से कर पाएंगे आपके आशीष से
ढेरों बधाईयाँ, छोटी बिटिया को।
जियो हजारों साल'" बेटी को शुभकामनाएं
ढेरों बधाईयाँ, छोटी बिटिया को।
ReplyDeleteजियो हजारों साल'" बेटी को शुभकामनाएं
ReplyDelete