Thursday, April 27, 2017

गाओ,गुनगुनाओ शौक से


सुर ताल का ज्ञान न होने पर भी जीवन में उमंग भरने वाले गीतों को गुनगुनाने से भला कौन रूक सका है ---

संगीत को उपचार की तरह ले रही हैं ग्रुप की सभी सदस्याएं  और दिन भर तनाव से मुक्त हो आनंदित हो रही हैं। ..प्रयोग सफल रहा है। ..आप भी सुने। . यहां सिर्फ मेरी आवाज में हैं आज -



1-  दैया रे दैया रे -बिछुआ




2- चुन चुन करती आई चिड़िया




3 - आहा रिमझिम के ये प्यारे- प्यारे गीत लिए - झींगुर






4 -  मिठठू मियाँ




5 - कोयलिया






No comments:

Post a Comment