न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
वाह मजा आ गया दूसरा वीडियो तो बहुत ही मस्त है --आभार शुभ कामनाएं
पहला गीत तो बहुत पुराना है!मगरदूसरा गीत हमारे जमाने का है!--इनको सुनवाने/दिखनाने के लिए आपका आभार!
सच में,,,,,,,,, बहुत हंसी आई........
सुन्दर प्रस्तुति रही, बधाई ।
क्य बात है जी वेसे हिमालय पर चढ जाता तो इस खडुस सास से जान छूट जाती, बहुत सुंदर लगे दोनो गीत
इतने पुराने गाने जो चेहरे पर मुस्कान बिखेरते हैं... ऐसे ही हंसाते रहिये मासी..
बड़े ही सुन्दर लगे दोनो ही गीत।
पहला गीत अच्छा लगा (गाते थे) दूसरा गीत ठीक है
दुसरे का याद है ...अलग ही अंदाज़ था उन दिनों का !
शानदार रहा...हंसी भी आई...हा..हा..हा......रक्षाबंधन के त्यौहार पर आप सभी को बधाई और शुभकामनायें.
वाह मजा आ गया
ReplyDeleteदूसरा वीडियो तो बहुत ही मस्त है
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आभार
शुभ कामनाएं
पहला गीत तो बहुत पुराना है!
ReplyDeleteमगर
दूसरा गीत हमारे जमाने का है!
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इनको सुनवाने/दिखनाने के लिए आपका आभार!
सच में,,,,,,,,, बहुत हंसी आई........
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति रही, बधाई ।
ReplyDeleteक्य बात है जी वेसे हिमालय पर चढ जाता तो इस खडुस सास से जान छूट जाती, बहुत सुंदर लगे दोनो गीत
ReplyDeleteइतने पुराने गाने जो चेहरे पर मुस्कान बिखेरते हैं... ऐसे ही हंसाते रहिये मासी..
ReplyDeleteबड़े ही सुन्दर लगे दोनो ही गीत।
ReplyDeleteपहला गीत
ReplyDeleteअच्छा लगा (गाते थे)
दूसरा गीत ठीक है
दुसरे का याद है ...अलग ही अंदाज़ था उन दिनों का !
ReplyDeleteशानदार रहा...हंसी भी आई...हा..हा..हा...
ReplyDelete...रक्षाबंधन के त्यौहार पर आप सभी को बधाई और शुभकामनायें.