अपने सभी अनुसरणकर्ताओं का आभार !!!..
कुछ जाने चेहरे!..............
कुछ अनजाने चेहरे!.............
कुछ मुखौटोंवाले चेहेरे!.....
कुछ पर्दा ,कुछ बेपर्दा चेहरे.....
कुछ अनजाने चेहरे!.............
कुछ मुखौटोंवाले चेहेरे!.....
कुछ पर्दा ,कुछ बेपर्दा चेहरे.....
कुछ छुप जाने वाले चेहरे....
कुछ नज़र आने वाले चेहरे.......
कुछ नज़र आने वाले चेहरे.......
कुछ तेज़ दौड़ने वाले चेहरे......
कुछ पीछे छूट जाने वाले चेहरे......
कुछ व्यक्त ..कुछ अव्यक्त चेहरे.....
कुछ बड़बोले.....कुछ मौन चेहरे.....
पता नहीं कौन-कौन से चेहरे...........
पीछा करते थे ..कर रहे हैं ....करते रहेंगे!!!..............
कोई खास तिथी या तारीख नहीं है .....होनी भी नहीं चाहिये......बस आज सबको याद करने का मन किया !!!!!!
आजकल की भाषा में ---ऐंवैं ही............तो सभी का शुक्रिया और आभार !!!....
बहुत खूब ... यूं ही कभी कभी ...
ReplyDeleteहमारा फोटू कहाँ है? हम तक तो आपकी फीड पहुँच जाती है।
ReplyDeleteआज क्या मन में आई ? सबको दीवार पर टाँग दिया। हा हा हा, मेरा चेहरा तो असली है।
ReplyDeleteKya baat hai, really nice. Aapki ye pahal dil choo gayi.
ReplyDeleteनायाब अंदाज़!!
ReplyDeleteसभी मित्र हैं। सभी को हम भी आपके साथ आभार दिये देते हैं:)
ReplyDeleteयाद करने का खूबसूरत अंदाज़ ...
ReplyDeleteआभार प्रदर्शन का यह अंदाज भी अनूठा रहा।
ReplyDelete’-ऐंवैं.’ की जगह ’-ऐंवैं ही’ ज्यादा उपयुक्त नहीं रहेगा? :)
:)
ReplyDeleteशुभकामनायें!
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteवाह सभी को बिना घोटालों के ही कैद कर लिया!
ReplyDeleteवाह!! अद्भुत!!अंदाज़ पसंद आया
ReplyDeleteहाँ, अब दिल को सुकून मिला, जय हो आपकी।
ReplyDeleteक्या अंदाज़ है !
ReplyDeleteबहुत बढि़या काम किया है आपने ... बधाई हो
ReplyDeleteaiwen hi abhar karna aapka achcha laga... ab hamne bhi follow kiya.........mera shukriya kahan gaya:))
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