Monday, July 9, 2012

याद- पुरानी यादों की गठरी से ...

राकेश खंडेलवाल जी का गीत-- फ़ूलों की पाखुर से .........उनके ब्लॉग "गीतकार की कलम" से

6 comments:

  1. आपने राकेश खंडेलवाल जी के फूलों के पांखुर से को बड़े ही मनोयोग से खूबसूरती से गाया ,
    सुन्दर शब्दों का संयोजन और भाव .

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  2. सुन्दर प्रयास...

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  3. जितनी सुंदर कविता उतनी ही सुंदर प्रस्तुति ।

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  4. बहुत सुंदर आवाज़ ....और भावपूर्ण भी ....
    दिल को छूती हुई ....

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