मेरे मन की

न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"

Sunday, September 29, 2013

एक गीत कवि गोपालदास "नीरज" जी का

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आज बसंत की रात गमन की बात न करना धूल बिछाए फूल-बिछौना बगिया पहने चांदी-सोना बलिया फेंके जादू-टोना महक उठे सब पात हवन की बात न करना ...
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Wednesday, September 25, 2013

साथी रे ......

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सितारे भी सो गये चांद के संग में अंतर की चाँदनी टिमटिमाए अंग में चलो छुप जाएं हम मूँद के पलकें देख लें सपनों को जो होंगे कल के खोलेंगे जब ...
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Sunday, September 15, 2013

श्री रामरक्षास्त्रोत्र .. गणपति अथर्वशीर्ष स्त्रोत्र .. एवं विष्णुसहत्रनाम स्त्रोत्र

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Saturday, September 7, 2013

शिरोमणि - एक कहानी

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नूतन (कहानियाँ ) नामक ब्लॉग से अन्नपूर्णा बाजपेई जी की कहानी पढ़ते-पढ़ते जाने कितने बच्चे आँखों के सामने से गुजर गए .... शीर्षक - शिरोमणि ...
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Sunday, September 1, 2013

.... की औलाद

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सरिता नई शिक्षिका के रूप में मेरे स्कूल में आई थी।पति का इस शहर में तबादला होने पर उसने भी पुराना शहर ,पुराना स्कूल छोड़ दिया था। समय बीतते-...
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जगत मिथ्या ...

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भला क्यूँ रहे ? नेह भरा ये मन यूं ही बेचैन... नेह बंधन बिन डोर बाँध ले सबके मन... करें जो स्नेह बिना स्वार्थ सतत बरसे नेह... भ...
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Sunday, August 25, 2013

अगर हम ठान लें मन में .....

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कहाँ तकदीर लिखती है, उजाला सबके हिस्से में, कहाँ खुशियाँ नज़र आती हैं, अक्सर अपने किस्से में. मगर मेहनत कड़ी कर लें, खुशी तब मुस्...
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मैं खुद...

Archana Chaoji
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