न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
भावुक गीत।
दोनों ही फिल्मी-गीत बहुत मार्मिक है!--ऐसे सदाबहार गीत मुझे भी बहुत अच्छे लगते हैं!
ohho..aaj man gunguna raha hai :)
बहुत मधुर लगे दोनो गीत लेकिन आप की आवाज बहुत हि धीरे सुनाई पढ रही है
Nice Post----तख़लीक़-ए-नज़रतकनीक-दृष्टाचाँद, बादल और शामगुलाबी कोंपलेंThe Vinay Prajapati
dono geet bahut achhe haiN"qasam tumhari..." kyaa ye geet film (mai chup rahungi) se hi hai...??
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6 comments:
भावुक गीत।
दोनों ही फिल्मी-गीत बहुत मार्मिक है!
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ऐसे सदाबहार गीत मुझे भी बहुत अच्छे लगते हैं!
ohho..aaj man gunguna raha hai :)
बहुत मधुर लगे दोनो गीत लेकिन आप की आवाज बहुत हि धीरे सुनाई पढ रही है
Nice Post
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तख़लीक़-ए-नज़र
तकनीक-दृष्टा
चाँद, बादल और शाम
गुलाबी कोंपलें
The Vinay Prajapati
dono geet bahut achhe haiN
"qasam tumhari..."
kyaa ye geet film (mai chup rahungi) se hi hai...??
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