जाते हुए साल में सबने खूब चेलेंज झेले और दिए ,
हमने एक भी एक्सेप्ट नहीं किया लेकिन नए साल के लिए बाल न रंगने का चेलेंज दे रहे। (टैग नहीं करुंगी किसी को )😀
देखें कोई कितना हिम्मती है ....वैसे भी साठवां साल सठियाने का होता है ,तो अपना शुरू है 😀😀
हुआ यूं कि परेशानियां इस कदर हावी हुई कि खुद की देखभाल का समय न मिला, आनन- फानन में जिम्मेदारियां बढ़ती चली गई,,स्कूल के जॉब के समय बाल बड़ी तेजी से सफेद होने लगे, सहकर्मियों के सुझाव को मानकर कलर करना शुरू कर दिया ,पहले मेंहदी,आंवला,शिकाकाई सारे घरेलू उपचार व्यर्थ हुए, आखिर गार्नियर पर टिक गई,दूसरे ब्रांड भी अपनाए बाद में।
अब ये परेशानी हुई कि हर बार रंगने पड़ते ,इधर उम्र घटती जा रही थी 😀बालों की सफेदी बढ़ती जा रही थी।थक गई मैं लगने लगा आखिर कब तक ऐसा चलेगा न रंगों तो लोग टोकने लगते😀।कोरोना काल ने वो टोका टाकी बन्द करवा दी 😀 अब सबके सिर पर तलवार लटकी हुई है😀
तो मैंने तय किया कि अब बस!!!
नया साल नए संकल्पों के साथ शुरू करें ।
आप सबको नया साल शुभ हो, सबको शुभकामनाएं।सब अपने परिवार के साथ स्वस्थ व सुखी रहें।
जितना प्रकृति के साथ उसकी गोद में रहेंगे उतना ज्यादा सहनशील बनेंगे।
जो मन कहे वही करें,आपका मन साफ है, उसे सेनिटाइजर की जरूरत नहीं।
सेल्फी मास्टर