इन दिनों फेसबुक की वॉल का उपयोग व्यंग्य की जुगलबंदी के तहत-तरह तरह के विषय पर कलम चलाने के लिए किया जा रहा है। ..उसी के अंतर्गत एक विषय था - टॉपर , इस विषय पर फिल्मकार संजय झा मस्तान के लिखे व्यंग्य - "मैं टॉपर कैसे बना " का पॉडकास्ट आप यहां सुन सकते हैं -
6 comments:
बहुत खूब ,
हिन्दी ब्लॉगिंग में आपका लेखन अपने चिन्ह छोड़ने में कामयाब है , आप लिख रही हैं क्योंकि आपके पास भावनाएं और मजबूत अभिव्यक्ति है , इस आत्म अभिव्यक्ति से जो संतुष्टि मिलेगी वह सैकड़ों तालियों से अधिक होगी !
मानती हैं न ?
मंगलकामनाएं आपको !
#हिन्दी_ब्लॉगिंग
बहुत बढ़िया
शुभकामनाएं
प्लेयर नहीं दिख रहा है! शायद मेरे सिस्टम की गडबडी हो सकती है.
ब्लॉग लेखन को एक नया आयाम दिया पॉडकास्ट के रूप में और मेरा दावा है कि जब भी ब्लॉग की दुनिया में पॉडकास्ट की चर्चा होगी, तुम्हारे नाम के बिना वो चर्चा पूरी हो ही नहीं सकती. किसी भी रचना को स्वर मिल जाना शरीर में आत्मा की तरह है. और तुम्हारा योगदान, सलाम के योग्य!!
बहुत ही लाजवाब पाडकास्ट, आभार अर्चना जी.
रामराम
#हिन्दी_ब्लॉगिंग
कृपया कैप्चा हटा लिजीये, बहुत ही परेशान करता है.
रामराम
हमने पहली बार सुना गद्य वाला पॉडकास्ट , आप के गाने का पहले सुन चुके है |
मैंने पहली बार सुना पॉडकास्ट। बहुत बढ़िया।
Post a Comment