(ये कोई कविता नहीं है बस बात की है मैंने और दिलीप ने)...
अक्सर ऐसा होता है कि
जिंदगी आपको इतना पत्थर कर देती है कि
सबसे दूर जाने का मन करने लगता है
पर कुछ रिश्ते कभी नहीं टूटते
जैसे - तुमसे मेरा....
हमारा रिश्ता ही ऐसा है कि
तुम मुझसे दूर नहीं जा सकते
और
मैं तुम्हें जाने नहीं दे सकती...
बिछड़ने का तो सवाल ही नहीं उठता..
ये तुम भी जानते हो और मैं भी..
बाँध कर रखा है एक डोर से..
जो दिखाई नहीं देती....
अक्सर ऐसा होता है कि
जिंदगी आपको इतना पत्थर कर देती है कि
सबसे दूर जाने का मन करने लगता है
पर कुछ रिश्ते कभी नहीं टूटते
जैसे - तुमसे मेरा....
हमारा रिश्ता ही ऐसा है कि
तुम मुझसे दूर नहीं जा सकते
और
मैं तुम्हें जाने नहीं दे सकती...
बिछड़ने का तो सवाल ही नहीं उठता..
ये तुम भी जानते हो और मैं भी..
बाँध कर रखा है एक डोर से..
जो दिखाई नहीं देती....
10 comments:
मैं न कभी चिंतित होता था, चिंतित होना सीख गया,
हृद पाथर था, अब अँसुओं से सिंचित होना सीख गया,
अक्सर अपने सबसे प्यारे रिश्ते में यूँ ही महसूस होता हैं ....
**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**
~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~
*****************************************************************
सूचनार्थ
सैलानी की कलम से
पर्यटन पर उम्दा ब्लॉग को फ़ालो करें एवं पाएं नयी जानकारी
♥ आपके ब्लॉग़ की चर्चा ब्लॉग4वार्ता पर ! ♥
♥ पेसल वार्ता - सहरा को समंदर कहना ♥
♥रथयात्रा की शुभकामनाएं♥
ब्लॉ.ललित शर्मा
***********************************************
~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^
**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**
बहुत बेहतरीन रचना....
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।
खूबसूरत अभिव्यक्ति
रिश्तों की डोर दिखलाई नहीं देती पर शायद अटूट होती है
बहुत सुन्दर
ना दिखाई देने वाली डोर से बांधा रिश्ता अटूट होता है !
बढ़िया !
वाह ... बेहतरीन
akser ham baat hi to kerte hai ....
bahut umda
Post a Comment