Saturday, July 8, 2017

घुघूती बासूती जी की कविता - कब तुम आओगे


घुघूतीबासूती के ब्लॉग घुघूतीबासूती  से उनकी लिखी एक कविता - 


कब तुम आओगे 


6 comments:

देवेन्द्र पाण्डेय said...

नेट बढ़िया नहीं है, लोहे के घर में।

निर्मला कपिला said...

वाह्ह्ह्ह कविता यहीं दे देती आसान काम रखा करो1 समय बचे 1

Archana Chaoji said...

मेरा उद्देश्य उस ब्लॉग तक सबको पहुँचाना भी है,क्योंकि मैंने उस ब्लॉग की एक ही रचना रिकार्ड की जबकि उस ब्लॉग पर कई रचनाएं होती है,जिन्हें पढ़ा जाना चाहिए ...

कविता रावत said...

बहुत अच्छी प्रस्तुति

ताऊ रामपुरिया said...

बहुत सुंदर, आभार आपका.
रामराम
#हिन्दी_ब्लॉगिंग

प्रतिभा सक्सेना said...

अति मनोरम,सुनती रही मगन .