हम खिलाड़ी हारते हुए साथी का हौसला /मनोबल बढ़ाने के लिए ताली बजाते हैं,शोर मचाते हैं और हारता साथी हमारी ओर न देख खेलपर ध्यान रख अपने कानों में पड़ते शोर से अंतिम उम्मीद पा अंतिम साँस तक जीतने की कोशिश में हमारी ऊर्जा भी पा जाता है और सफल होता है ।
आज हर कोई खिलाड़ी के रूप में खड़ा है जीवन की इस दौड़ में ....तो मिलकर एक साथ एक समय पर भरें हौसला उन सब साथियों में , मदद को दौड़ें या दूर खड़े रह मददगारों के लिए बजाएं ताली या पीटें थाली पर बने रहें खिलाड़ी इस जीवन की दौड़ के ...
मैं मोदी नहीं ,न ही प्रधानमंत्री....
पर हूँ आपकी साथी,
अपने बच्चों की माँ
नाती,पोती की नानी-दादी
किसी की बहन
किसी की बेटी
नहीं चाहती उम्र और जीवन के
इस दौर में अकेली पड़ी रहूं
बिस्तर पर लेटी
दूर हो जाऊं अपनों से या
अपने बच्चों के सपनो से
सुन लेना तुम मेरी बात
एक दिन इस पड़े रहने के अनुभव को जीकर
देना अपने साथियों का साथ
रुक गए तो चलेगा फिर जीवन
अपने परिवार में भर पाओगे उमंग
शायद नहीं कर पायेगा "कोरोना" इतना तंग....
मिलकर बैठो बजाओ ताली
करो प्रार्थना पीटो थाली
शोधार्थियों का मनोबल बढ़ाओ
संक्रमण से लड़ने तैयार हो जाओ.....
-अर्चना