Monday, October 31, 2016

जग घुमिया थारे जैसा न कोई

एक अरसा हो गया इसी तरह लड़ते-लड़ते-

जब भी रिश्तेदारों /मित्रों से मिलना होता है - एक वाक्य खुद की तारीफ़ में सुनती हूँ -  बहुत हिम्मती हूँ। ....
सचमुच बहुत हिम्मत का काम है - अकेले अपने-आप से जूझना..लड़कर जीतना ... और सबसे आसान तरीका होता है जीतने का  -खुद को कोई काम में उलझा दो,सिलाई,कढ़ाई,बुनाई,रसोईया फिर चित्रकारी,रंगोली या फोटोग्राफी (आलतू-फालतू की) .. या तो बहुत बहुत बोलो/लिखो /पढ़ो या बिलकुल चुप्पी लगा लो!

. अभी वैसा ही मन बना हुआ है ... खुद पर ही गुस्सा आ रहा है , कहीं लड़ते-लड़ते हार न जाऊं ,डर घर कर रहा है। . :-(

फिर एक बार  .. मैं मायरा की बातें याद कर रही हूँ - आज सलमान खान की एक्टिंग में वीडियो चैट दिखाई उसने - "जग घुमिया थारे जैसा न कोई "

-लिखी जा रही- अनवरत चलने वाली कहानी


Friday, October 28, 2016

एक दीप रखा है आँगन में मैंने



१)

ओ! मेरे वीर सिपाही,
सीमा के प्रहरी -रखवाले 
घर-आँगन को भूल के अपने ,
सीमा पर त्योहार मनाने वाले 


एक दीप रखा है आँगन में मैंने 
सन्देश छुपाया अनजाने 
ऋणी रहेगी सदा तुम्हारी,
हर पीढ़ी की संताने 


२)

सजाना अपने घर के आँगन में,
एक दीप उनके नाम का
जो वर्दी पहन पहरेदार बना है- 
मेरी-तुम्हारी जान का..

सजाना एक दीप उनके लिए
जो लौट कर न आ सके 
संग अपने परिवार के -
ये दीवाली न मना सके ...



Thursday, October 27, 2016

प्रेमचंद की कहानी

प्रेमचंद की कहानी -


ये कहानी जब रिकार्ड की थी तो लग नहीं रहा था कि इतनी अच्छी तरह से हो पाएगी। .. 

इसे मैंने रिकार्ड किया इंदौर से और अनुराग शर्मा जी ने किया पिट्सबर्ग में। ... 
ख़ास बात ये कि पहले पूरी कहानी मेरी आवाज में रिकार्ड करके भेज दी और उन्होंने बाद में अपना वाला हिस्सा रिकार्ड करके एडिट किया। .. 
और आवाज फाइनल करने के लिए उन्हें जी मेल की वॉइस चेट पर सुनाया था। .. 

आप सुनिये और बताइयेगा प्रयोग सफल रहा या नहीं 

Wednesday, October 26, 2016

सारा प्यार तुम्हारा मैनें बाँध लिया है आँचल में


सबसे पहले केक -


एक गीत याद आ रहा है - 
चेहरे पे खुशी छा जाती है , आँखों में सुरूर आ जाता है 
जब तुम मुझे अपना कहते हो, अपने पे गुरूर आ जाता है 

308 friends posted on your Timeline for your birthday.


अर्चना चावजी के जन्मदिन की चाय पार्टी में आपका स्वागत है.... 😊

केक पर मोमबत्तियाँ प्रतीक होती हैं प्यार की
प्यार भरे उजालों की
धीरे धीरे संख्या बढ़ती है
अनुभव
नए चेहरे
कोई नन्हीं हथेली आगे बढ़कर केक काट देती है
जन्मदिन स्वादिष्ट हो जाता है
कई फूल आँखों के आगे बिछ जाते हैं
कोई हौले से कहता है,
देखो - मैंने तुम्हारे लिए कैसा खज़ाना बनाया
उसी ख़ज़ाने में हम भी हैं अर्चना
मायरा को गोद में लेकर कह रहे हैं
हैप्पी बर्थडे
... खूब खुश रहो
हर क्षेत्र
हर दिशा में
तुम्हारी कर्मठता का पताका फहराये
कभी तुम्हारी आवाज़
कभी तुम्हारे लिखे
कभी तुम्हारे बनाये स्वेटर में
हमें ज़िन्दगी की गर्माहट मिल जाए ...

जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं दीदी 💗💛💜💚💙
 — with अर्चना चावजी.

ओह! ...
भाग्यशाली हूँ कि एक दिन बाद भी बधाईयाँ मिलने का सिलसिला ख़तम नहीं हो रहा .......
ईश्वर ने बहुत कुछ लेकर गलती महसूस की और अब उससे ज्यादा स्नेह और प्यार लौटा रहा है ........ मैं नम आँखों से नतमस्तक हूँ .......
आप सबका का प्यार सर माथे पर ....... सभी साथियों को सादर धन्यवाद
 आपकी शुभकामनाओं के लिए आभार 

कल के स्नेह से सराबोर हूँ..
बस ....उस सर्वशक्तिमान की आभारी हूँ,जिसने जन्म दिया और जिसने अंत भी तय कर दिया है .......
इस बीच जीवन जीने के तरीके सिखाने वाले मेरे माता-पिता को रोज सुबह उठकर सबसे पहले मन ही मन चरणस्पर्श करती हूँ,इससे मुझे सच्चाई के साथ दिन की शुरुआत करने की ऊर्जा मिलती है .......

आपके आशीषों की बरसात यूं ही होती रहे तो-
यूं ही कट जाएगा सफर साथ चलने से की मंजिल आ ही जाएगी साथ चलने से। .

और ये पिछले साल का स्नेह भैया का -
समझ में नहीं आता कि वो चित्रकार है या नाटककार. हरी भरी वसुंधरा पे कितनी सुन्दर चित्रकारी करता है और इतने सारे अनगिनत चरित्रों को लेकर इतना कॉम्पलेक्स नाटक लिख देता है! हर पात्र का एक अलग ठिकाना, अलग भाषा, अलग बोली... लेकिन कहाँ से कहाँ जोड़ देता है वो. ऐसे जुड़ाव को हम रिश्ता कह देते हैं, लेकिन ये रिश्ते कैसे बने, सोचकर आश्चर्य होता है... अकल्पनीय है यह सब!
अर्चना से मिलना, पहले ई-मेल फिर फ़ोन और फिर ब्लॉग, फेसबुक और फिर घर परिवार. अब तो झूमा, रानू, भाभी, माँ, मामी, देवेना, वत्सल, नेहा, रचना निशि, विनी, आपू, गुड़िया, बाली... ये सारे नाम बस नाम न होकर रिश्तों की डोर में बँध गए हैं! कभी न आओ तो वो पुकार लेती है और कभी मैं. एक प्यारी सी मायरा के किस्से सुनाती उसकी नानी है वो और मेरी छोटी बहन.
आज जन्मदिन है उसका! तो मेरी और भाभी की ओर से हैप्पी बर्थ डे! हर खुशी हो वहाँ, तू जहाँ भी रहे! जीती रहो!

You, Rachana Bajaj, वाणी गीत and 52 others

Monday, October 24, 2016

पचपन में बचपन की चाह


ये पिछले साल का फोटो है -



 और ये दो दिन पहले का -
(दौड़ना शुरू कर दिया है )



थोड़ी देर में पचपन की हो जाउंगी 
पर रहना चाहती हूँ - बचपन में 


आँखें बंद हैं ,
और एक-एक कर पुरानी घटनाएं 
यादों के सहारे बाइस्कोप के चित्रों की तरह सरकती जा रही है ,

मायरा के लिए स्कूल की तलाश हो रही है 
और में अपने स्कूल से छुट्टी की आस में हूँ 



अपनी ही लिखी कुछ पंक्तियाँ याद आ रही है -





-अर्चना 


आप सबको दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं! 

Friday, October 21, 2016

शुभकामनाएं सभी को

बहुत कोशिश करने पर भी त्यौहारों में उनकी कमी महसूस होती है ,जिन्हें साथ होना चाहिए .....
बचपन ऐसे बीता जब दादा-दादी के घर में रहने को मिला...... बाकी जो अपने घर से दूर रहते थे सब आते और मिलजुल कर खूब धमा चौकड़ी के साथ मनता त्यौहार....
समय के साथ सब बदल जाता है .....अब घर के सब लोगों के पास छुट्टियों,बच्चों की पढ़ाई की परेशानियां और बहुत सी वजहें हैं की चाहकर भी एक जगह इकट्ठे नहीं हो पाते .......
याद आ रहा है कि दशहरे पर पिताजी कैसे सारे रिश्तेदारों के घर नमस्कार करने ले जाते थे....और सभी बड़ों का आशीर्वाद मिलता था........
हाँ , मायरा गई है न अपने बड़े दादा दादी का आशीर्वाद लेने...........?
....कि  सब दूर रहकर भी पास रहें.......
अनवरत कहानी का एक टुकड़ा .......

Thursday, October 20, 2016

ईमान से हम मन की बात लिखते हैं

मिल गया था उन्हें , तो लौटा भी रहे हैं
आप अच्छा नहीं कहते ये अलग बात है। 

भुखमरी में भी अच्छे दिन हुआ करते हैं
आप अच्छा नहीं कहते ये अलग बात हैं। 

ईमान से हम मन की बात लिखते हैं
आप अच्छा नहीं कहते ये अलग बात है। 

हमको भी लोग, खूब पढ़ा करते हैं
आप अच्छा नहीं कहते,ये अलग बात है। 
-अर्चना

Wednesday, October 19, 2016

अनवरत चलने वाली कहानी का चौथ वाला टुकड़ा

आज बहुतों के स्टेटस पढ़े ,उनके जिन्होंने करवा चौथ का व्रत रखा और उनके भी जिन्होंने नहीं रखा .... दोनों ने शान से बताया कि -रखा या नहीं रखा
जिन्होंने नहीं रखा उनके फोटो देखे कभी न कभी किसी न किसी व्रत का फोटो पोस्ट किया दिखा
जिन्होंने रखा फोटो पोस्ट कर बहुत खुश दिखी
खुश तो मैं भी हूँ बहुत। ..... अगर मैं कहूँ मैंने भी रखा तो ? .. (सजने की मनाही है व्रत की नहीं )..
हाँ .. हाँ सब सोचेंगे किसके लिए ?
. .
खैर !बताना जरूरी तो नहीं लेकिन...आत्मा तो अमर है
.. और फिर वादा तो आखिर वादा ही होता है... जन्मों के साथ का पर हाँ मेरे लिए गिफ्ट लेना न भूलना याद है न ! वो रोहिणी के पास वाली जगह हाँ तुम्हारे दोस्त चाँद की रोहिणी। ..
तुम भी तो अपने दोस्त के साथ रहते हो। ....
मिलती हूँ ,जल्दी ही। ..
अनवरत चलने वाली कहानी का चौथ वाला टुकड़ा

Tuesday, October 11, 2016

हम लाएं है तूफ़ान से कश्ती ( स्टेटस ) निकाल के ..जुकरबर्गवा ऐसे स्टेटसो को रखा करो संभाल के


ये टैब पर नौसीखिया हूँ वरना ब्लॉग पर लिखती.....
वाणी को टिपण्णी करने में उलझन लग रही है ,निवेदिता टैगिंग से परेशान है,
पीडी,और शेखर ब्लॉक करके लॉक लगा रहे हैं ,शिखा ने नया मोबाईल लिया फोटोग्राफी अच्छी है उसकी भी ,अमित जी रसोई में ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं, काजल जी को बारिश ने आज तंग किया,विवेक और महफूज दोनों मोटे-पतले होने में लगे हैं,वीर जी और ललित जी ने वाट लगा रखी है,
सनातन जी वेदाध्ययन करवा रहे हैं,अनु को थोड़ी फुरसत मिली है तो समीर जी और भैया भयंकर रूप से व्यस्त हैं,मुकेश ने गिटार उठा ली है, और अजय ,पदम् ,दिलीप और शिवम् अपने-अपने मोर्चों पर तैनात है,दूर गौतम की गज़ल महकती है कभी तो कभी आशीष की गीता सुगंध बिखेरती है.......और और
गिरीश,सागर ,नितीश,दीपक सब........
और भी बहुत कुछ ....... क्यों कि ........बस ! बता नहीं सकती क्यों ....
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Comments
Amit Kumar Srivastava सारी गोटियों से कैरम सजा दिया आपने ।
Amit Kumar Srivastava मतलब नया नया टैब आपके पास और नया नया मोबाईलShikha के पास ...जलवे हैं आप लोगों के ।
Vivek Rastogi और नया लैपटॉप हमारे पास आने वाला है।
Vandana Gupta andaz -e- bayan achcha hai
अर्चना चावजी ये सब लड़की लोग सिर्फ हँस के क्यों चल दी ,मैंने तो कुछ भी ऐसा नहीं लिखा ....
वंदना अवस्थी दुबे ab kya karen, jin "ladakiyon" ka naam nahin liya aapane, ve to keval muskuraa hee paayengi na?? so hans rahee hain 
Bs Pabla हम तो किलोवाट वाले हैं ! ये वाट से क्या होगा ? 
अर्चना चावजी वंदना आपके बारे में लिखने से पहले सोच रही थी ... दो दो आई डी कैसे मैनेज करती होंगी
अर्चना चावजी अनूप जी च्यवनप्राश की फैक्ट्री कहाँ डालेंगे? फुर्सत में ...
सलिल वर्मा Mujhe to bas yahi achchha laga ki mera naam likhe bina hi ab log samajhne lage hain..
अर्चना चावजी और मेरा नाम पूरा लिखना पड़ता है ,"जी" के साथ ......
सलिल वर्मा Ye to Gujaratiyon ki zabardasti hai.. Kalyanji Ananaji.. !!
ज्योतिषी सिद्धार्थ मुखपुस्‍तक चर्चा... (चिठ्ठा चर्चा की तर्ज पर)
अर्चना चावजी साप्ताहिक राशिफल में आपका नम्बर आज नहीं लिखा हुआ था .......
ज्योतिषी सिद्धार्थ इस बार हड़बड़ी में ही डाला। पहले भूल ही गया था...
अर्चना चावजी हा हा हा ये तो और भी गज़ब रहा...... मैंने तो राशिफल बिना देखे ही ये कहा और वो भी इसलिए की मुखपुस्तक चर्चा में आज आपको मिस कर दिया था मैंने ......धन्यवाद....
अर्चना चावजी सूज्ञ जी,अनुराग जी, बंगलौर वाले रेल वाले छोटे भाई ...कितने नियमित हैं सीखना चाहिए उनसे सबको.......
और कुटिल कामी पता नहीं किसकी कुटिलता में फंसे है .......
Kajal Kumar वाह . लोग तो ब्‍लॉग चर्चा करते आए हैं. यह तो फ़ेसबुक पर ही फ़ेसबुक चर्चा हो गई.
Sharad Kokas यह तो सभी का स्मरण कर लिया आपने ..
अर्चना चावजी अभी सब कहाँ हुए .?...पर आप आए सबसे मिलने .....बहुत अच्छा लगा, वंदना याद कर रही थी आपको.......
Sonal Rastogi meri ranking yahan bhi nahi hai sun rahe hai Ashish Rai ji
वाणी गीत ये कब लिखा , हमने तो आज पढ़ा !
अर्चना चावजी अरे वाह ....? थैंक्स Anurag जी
Ashish Rai tum kisi bhi list se upar ho Sonal Rastogi 
Anulata Raj Nair हमें फुरसतिया बताया आपने??? कित्ता काम रहता है हमें आप क्या जानो 
Nivedita Srivastava हमने इस स्टेटस को दुबारा लाइक किया है , दो लाइक नहीं दिख रहा इसमें मेरी कोई गलती नहीं है  और हाँ एक गीत (वाणी गीत जी नहीं सिर्फ गीत ) भी याद आ रहा है ... हम लाएं है तूफ़ान से कश्ती ( स्टेटस ) निकाल के .... 
अर्चना चावजी जुकरबर्गवा ऐसे स्टेटसो को रखा करो संभाल के ......... 
Shikha Varshney ओह तो ये था .. वो सोना जो खुदाई में निकाला आपने .
वाणी गीत काहे , हमको याद करने में कौनो परेशानी है  Nivedita Srivastava
Nivedita Srivastava याद करने में परेशानी तो कौनो नहीं है बस आपको हिचकी न आने लगे इसीलिये .. Vani Geet
वाणी गीत वादा था उसका करेंगे याद आयेंगी हिचकियाँ
ना किया उसने याद ना आई हिचकियाँ … wow! ये तो शे'र हो गया !
अर्चना चावजी शेर ...शेरनी का ... 
गौतम राजरिशी  सब स्माइल कर रहे थे तो हम भी कर दिये !
अर्चना चावजी गौतम जी के शेर की अगली लाईन हो सकती है -
सब..............दिए !
वैसे उनकी बात में तो कोई दम न था ........
अर्चना चावजी ओ माय गॉड ..... आज इसे पढ़कर हँस-हँसकर बुरा हाल हो गया मेरा .... 
Sangita Asthana & me...
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Nivedita Srivastava यादगार स्टेटस के अवार्ड से इसको नवाज़ा जाये .... 😊
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