पल्लवी और नेहा--------------एक गीत तुम्हारे लिये-------
अनुराग जी की मदद से ऑडियो तो हासिल कर लिया पर तंग आ गई इसका ऑडियो नहीं बजने को तैयार हुआ डिव शेअर मुझसे रूठा है आपको सुनाए तो सुन लेना --यहाँ --http://www.divshare.com/download/16542726-2d6
मगर ये उसे पसन्द आ गया शायद ---
(राजेन्द्र स्वर्णकार जी कि एक रचना)
और ये गीत तुम सबके लिये -----
अनुराग जी की मदद से ऑडियो तो हासिल कर लिया पर तंग आ गई इसका ऑडियो नहीं बजने को तैयार हुआ डिव शेअर मुझसे रूठा है आपको सुनाए तो सुन लेना --यहाँ --http://www.divshare.com/download/16542726-2d6
मगर ये उसे पसन्द आ गया शायद ---
(राजेन्द्र स्वर्णकार जी कि एक रचना)
और ये गीत तुम सबके लिये -----
19 comments:
सबको ढेरों स्नेह..
शुभाशीष!
बढ़िया.
ढेरों ढेर हार्दिक शुभकामनाएं.
बहुत बहुत शुभाशीष....
शुभकामनाओं सहित
ढेरों शुभकामनाएं....!
मेरी तरफ से सिर्फ चुप्पी!! मेरे शहर की बिटिया आ रही है तुम्हारे घर...!!
बच्चों को आशीष!!
वाह बहुत बढ़िया!शुभाशीष!
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल बुधवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
मेरी तरफ से भी बहुत२ स्नेह शुभकामनाए
welcom to new post --"काव्यान्जलि"--
आप सभी का आभार शुभकामनाओं के लिए..
दोनो जोड़ों के लिये आने वाला समय शुभ हो और जीवन में ईश्वर उन्हें सुख और शान्ति दे।
बच्चे खुश रहें...स्नेहाशीष चारों को...बल्कि पाचों को...खुशमय वातावरण में यह सुखद मिलन गुजरे सदा के लिए खुशियाँ बिखरने!!
अनेक मंगलकामनाएँ.
हार्दिक शुभकामनाएं
vikram7: हाय, टिप्पणी व्यथा बन गई ....
आपका यह पोस्ट ज्ञानवर्धक है । इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है । मेरे नए पोस्ट "हो जाते हैं क्यूं आद्र नयन" पर ाके प्रतिक्रियाओं की आतुरता से प्रतीक्षा रहेगी । धन्यवाद ।
ढेरों ढेर हार्दिक शुभकामनाएं|
ढेरों मंगल कामनायें।
:) :)
आपका गीत बहुत मार्मिक,हृदयस्पर्शी और दिल से
निकला है.
बहुत बहुत शुभकामनाएँ और आभार.
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