" गरीबी एक अभिशाप है किंतु इससे विचलित होकर जो लोग गलत राह चुन लेते हैं , वे खुद को बर्बादी की ओर बढाते हैं और जो धैर्य रखकर संतोष व ईमानदारी अपनाए रखते हैं वे अपना उत्थान करते हैं "
सुनिए मेरी आवाज में आवाज पर ...............सुदर्शन जी की व्यंगात्मक कहानी...............".अठन्नी का चोर " ...........ये मेरा दूसरा प्रयास है ..................
सुनिए मेरी आवाज में आवाज पर ...............सुदर्शन जी की व्यंगात्मक कहानी...............".अठन्नी का चोर " ...........ये मेरा दूसरा प्रयास है ..................
4 comments:
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
बधाई!
धन्यवाद..........
अति सुन्दर
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