न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
bahut khoob!KEEP IT UP!
Post a Comment
2 comments:
bahut khoob!KEEP IT UP!
bahut khoob!KEEP IT UP!
Post a Comment