जबसे ब्लोग बनाया कुछ न कुछ नया सीखा है मैने ...........यहाँ आकर ही पता चला ......कि मै क्या -क्या कर सकती हूँ..........पहले कुछ लिखना सीखा .......फ़िर चित्र लगाना.........फ़िर गाना रिकार्ड.............. करना ........फ़िर पोड्कास्ट..........कराओके......... और अब कहानी का पोडकास्ट...........
आज मै इस पोस्ट के माध्यम से दो लोगों का आभार मानना चाहती हूँ------पहले तो आदरणीय गिरीश जी का जिन्होने मुझे इस काबिल समझा.....................और अपने ब्लोग पर जगह दी......
.
दूसरे आदरणीय अनुराग शर्मा जी (स्मार्ट इंडियन) का जिन्होने मुझे ये मौका दिया .....आज आवाज पर मेरी आवाज मे सुनना न भूलें सुदर्शन जी की कहानी ------------" साईकिल की सवारी ".........
....धन्यवाद
8 comments:
आज़ तक जो किया उसमें कोई तारीफ़ और आभार की अपेक्षा नहीं है क्योंकि कोई नया काम नहीं किया हर अच्छी बात की सराहना तो युगों युग से ज़ारी है
बहुत बधाई..ऐसे ही जारी रहें..शुभकामनाएँ.
बहुत सुंदर जानकारी
बहुत बधाई !
बहुत बहुत बधाई!
मैं कहानी सुन चुका हूँ। बहुत अच्छी प्रस्तुति थी।
धन्यवाद..........आप सभी का.......
सुन कर आ रहा हूँ ’आवाज़’! शुभकामनाएं ।
Post a Comment