Monday, April 15, 2013

वत्सल के केमरे की नजर -2











8 comments:

Rajendra kumar said...

बहुत ही सुन्दर छायाचित्र.

संजय भास्‍कर said...

एक से बढ़कर सुंदर तस्वीरें

प्रवीण पाण्डेय said...

बोल पड़ते चित्र

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

सजीव चित्र .... बहुत सुंदर

चला बिहारी ब्लॉगर बनने said...

मेरी गुजराती बहन भी गुजराती है ठेठ.. गुजराती लोग बहुत खातिरदारी करते हैं और जब उनके घर जाओ तो 'होल' में बिठाकर 'स्नेक्स' खिलाते हैं..
वैसे ही वत्सल के 'केमरे' का कमाल.. लाजवाब है!! :) :) :)

Smart Indian said...

सलिल भाई, सेहत का राज़ सब समझ आ गया :)

चला बिहारी ब्लॉगर बनने said...

@स्मार्ट इन्डियन:
सुज्ञ जी को मत बता दीजियेगा, वरना कहेंगे कि निरामिष बनता है और स्नेक्स खाता है!!!

सदा said...

वाह ......... बहुत खूब