Tuesday, November 19, 2013

सगा-सौतेला ... कविता वर्मा जी की कहानी ...

कविता जी इन्दौर में ही रहती हैं ,पर कभी मुलाकात नहीं हुई उनसे मेरी .... आज एक कहानी कविता जी की उनके ब्लॉग - कहानी Kahani से ....शीर्षक है --"सगा-सौतेला" ......कहानी का अन्त पढ़ते-पढ़ते गला रूंध गया ..... इसके पात्र गोपाल भैया के मन में क्या हो रहा होगा ,यही विचार मन में आ गए थे .... आप सुनिए ...

2 comments:

kavita verma said...

bahut khoob tareeke se aapne kahani kahi hai ..kahani se aapka judaav spasht mahsoos hota hai ...bahut bahut abhar ..

डॉ. मोनिका शर्मा said...

मर्मस्पर्शी प्रस्तुति .....