Monday, April 4, 2022

अचानक मिले उपहार से उपजी मुस्कान

ये है रूबी,रीता जी की दीदी की हेल्पर।
परसों रीता जी ने बताया उसका दसवीं का रिजल्ट आया,वो सेकंड डिविजन पास हो गई। उसकी आखों में देख मन हो आया तुरंत उपहार देने का ,भला हो टेक्नोलॉजी का तुरंत गूगल पे किया रीता जी को और पल भर में उपहार रूबी के हाथों में था।
रूबी की आंखों की चमक बता रही है कितनी खुश है अचानक से मिले उपहार से।जिसने मेरा दिन बना दिया।
यही मेरे ब्लॉग "कदम" का उद्देश्य भी है।धन्यवाद रीता जी का वे मेरी भी खुशी का माध्यम बनी।

3 comments:

सुशील कुमार जोशी said...

वाह

Onkar said...

सुन्दर

कविता रावत said...

चेहरे की मुस्कान बता रही है उपहार का प्यार