सपनों के पीछे भाग रहे इस लड़के अभिषेक कुमार के सारे सपने सच हों यही चाहती हूँ ...स्नेहाशीष के साथ ....
अभि के ब्लॉग एहसास प्यार का से एक पोस्ट
तुम्हारे खत...
आवाज किसकी है, ये बताना जरूरी नहीं है...
अभि के ब्लॉग एहसास प्यार का से एक पोस्ट
तुम्हारे खत...
आवाज किसकी है, ये बताना जरूरी नहीं है...
4 comments:
बहुत बहुत अच्छा पॉडकास्ट है बुआ....अब जाकर समझ में आ रहा है की जो मैंने सैम्पल रेकॉर्डिंग की थी उसमे कितनी गलतियाँ थी....एकदम दिल खुश हो गया...सलिल चचा...थैंक्स अ लॉट!!!!!
पोस्ट पढ़ी थी, सुनने में आनन्द आ गया, गहरी गूँजती आवाज।
एक एहसास को जिंदा रखती कहानी को सुन्दर प्रस्तुति के लिए बधाई .
तमाम व्यवधान के बावजूद, बड़ी मुश्किल से रिकॉर्ड किया... उसपर ऑडेसिटी में गडबड के कारण हर समाप्त होते वाक्य के साथ पौज़ हो जाता था.. इसीलिये हर अगले वाक्य का पहला शब्द अधूरे अक्षर से शुरू होता है..
जल्दबाजी में पढ़ने का कारण यही था कि घर के बाहर आधी रात बाद तक गाड़ियों का शोर होता है.. इसलिए कोई आवाज़ न आ जाए इसीलिये जल्दी जल्दी पढ़ गया..
बाकी तो अर्चना की जिद और अभिषेक की पोस्ट,, इतना काफी था मेरे लिए इस पॉडकास्ट की वज़ह होने के लिए!!
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