Wednesday, October 4, 2017

एक इंटरव्यू

मिग बज़

हालांकि अब तक भी स्पष्ट नहीं हुआ कि ललित चाहर करना क्या चाहते हैं ब्लॉगर्स के लिए ,लेकिन एकदम से प्रश्न भेज उत्तर पूछे तो मैंने भी दे ही दिए ...आप भी पढ़िए -

MiG Buzz Exclusive's Questions

आपने ब्लॉगिंग कब शुरू किया और ब्लॉगिंग में आप कैसे आए?

लिखने की शुरुआत हुई 2007 में और ब्लॉग पर पोस्ट करना शुरू किया 2008 से, ब्लॉग शुरू करने की कहानी रोचक है। बच्चे बड़े हुए तो शहर से बाहर चले गए। 12वीं के बाद ही बेटा नोएडा और बेटी पूना। जब वे छुट्टी में घर आते तो लगता एक हफ्ता इतनी जल्दी खत्म हो जाता है। बहुत सी बातें अनकही रह जाती है, तब बेटे ने ये ब्लॉग बनाकर दिया और कहा- अब जो हमसे कहना रह जाता है यहाँ लिख दिया करो। आपकी बातें सारे बच्चों के लिए अच्छी होंगी और बस शुरुआत हो गई.. एक ढाई साल से बंद पड़े डेस्कटॉप से। "मेरे मन की" के अलावा "नानी की बेटी" पर ज्यादा सक्रिय हूँ।

शुरुआत में आपको किस समस्या का सामना करना पड़ा और अब ब्लॉगिंग कैसी चल रही हैं?

टाईप करना भी नहीं आता था। एक उंगली से अक्षर खोज खोज कर लिखती थी शुरूआत में, "बारहा" से हिन्दी में लिखना आसान हुआ। एक-एक चीज सीखते गई। अनजाने,अपरिचित मित्रों से चेटिंग करते-करते पूछ-पूछ कर सब जुड़ते चले गए और अब तो लिखते लिखते पॉडकास्टिंग को अपना लिया। इन दिनों नातिन मायरा के साथ बहुत व्यस्त हूँ सो समय कम मिल पा रहा है। फिर भी ब्लॉगिंग /पॉडकास्ट के लिए समय मिलते ही पोस्ट करती रहती हूं। अपने मन की.. बहुत से लोगों की मदद मिली।

नए ब्लॉगर के सफल ब्लॉगर्स बनने के लिए कुछ टिप्स?

सफल ब्लॉगर किसे कहेंगे? ये थोड़ा स्पष्ट होना चाहिए, जो अपने मन के विचार अभिव्यक्त कर पा रहा है वो, जो उपयोगी जानकारी निशुल्क साझा कर पा रहा है वो, जो ब्लॉग से पैसा कमा पा रहा है वो या जिसकी पहचान बनी ब्लॉग से वो 😊 हाँ नए ब्लॉगर को सतत दूसरे ब्लॉग पढ़ते रहना चाहिए अलग अलग, अपनी रूचि के.. तो खुद के विचार और बेहतर रूप से साझा कर पाएंगे।

भारतीय ब्लॉगर और विदेशी ब्लॉगर के बीच क्या फर्क देखने को मिलता है?

अब तक तो भारतीय ब्लॉगरों को ही पढ़ा, जो देश में हैं या विदेश में.. अपने यहाँ तो भारतीयता ही महत्वपूर्ण है।

मिग बज़ के लिए कुछ सुझाव/ प्रतिक्रिया

ये बिल्कुल नया है, अभी शुरुआत है ब्लॉग पर अच्छा बुरा पढ़कर चर्चा हो तो बहुत लोग लाभान्वित हो सकते हैं।

मेरा हमेशा प्रयास रहता है कुछ नया करने का    
  - अर्चना चावजी


2 comments:

डॉ. दिलबागसिंह विर्क said...

आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 05-10-2017 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2748 में दिया जाएगा
धन्यवाद

गगन शर्मा, कुछ अलग सा said...

कुछ अलग सा साक्षात्कार