Tuesday, August 3, 2010

आज मेरी पसन्द के ये गीत.................................................

 पिया ------------



वक्त-------------

10 comments:

दीपक 'मशाल' said...

दोनों 'ओल्ड इज गोल्ड' मिठास से भरे हैं.. आभार..

Udan Tashtari said...

दोनों मेरे प्रिय गीत..आभार गाने का.

संजय भास्‍कर said...

Archna di..
old to hamesha hi gold rahegaa...

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

दोनों गीत बहुत बढ़िया है!
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अर्चना चावजी के स्वर का तो कोई जवब ही नही है!
बहुत ही मधुर स्वर है!

राज भाटिय़ा said...

मधुरम सुंदरम

प्रवीण पाण्डेय said...

बहुत मधुर स्वर, सुधबुध तो हम भी खो बैठे।

बाल भवन जबलपुर said...

वाह
क्या बात है

उन्मुक्त said...

मैंने दो बार सुना :-)

संजय कुमार चौरसिया said...

"old is gold"

Vatsal said...

hey mom missing your writings....